कार्यकर्त्ता-सहायिका महासंघ ने भरी हुंकार.. धरना-रैली कर विभिन्न मांगों को लेकर पीएम-सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन..
भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका महासंघ द्वारा 4 नवम्बर को देशव्यापी धरना-प्रदर्शन बैकुण्ठपुर में किया गया। इस कारण जिले के कई आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे। कार्यक्रम में जिला संयोजक अभिनव द्विवेदी ने सभी को संबोधित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व कोरिया जिलाध्यक्ष सुशीला दास, प्रदेश उपाध्यक्ष सीमा सिंह, मनेन्द्रगढ़ परियोजना स्तरीय कार्यसमिति सदस्य संतोषी सिंह, लक्ष्मी राजवाड़े, संगीता राजवाड़े, कुषा राजवाड़े, विमला रौतिया, सुमन सिंह, निशा बंधन सहित काफी संख्या में कार्यकर्ताएं-सहायिकाएं उपस्थित रहीं।
ये हैं प्रमुख मांगें-
आंगनबाड़ी कर्मियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 18000/-,सहायिका को 9000/-,प्रतिमाह न्यूनतम वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए। मिनी आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता को मेन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के बराबर/समतुल्य भुगतान किया जाए। आंगनबाड़ी कर्मियों को भी सामाजिक सुरक्षा के तहत पी.एफ. पेंशन, ग्रेच्युटी एंव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मासिक रिपोर्ट आनलाईन भेजने का खर्च उपलब्ध कराया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को उम्र का बंधन हटाते हुए वरीयता के आधार पर शत् प्रतिशत पदोन्नत किया जाए। जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 7-15 वर्षों की सेवा पूर्ण कर ली है उनके उन्नयन हेतु वरिष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका नामक पद करने हेतु नवीन नीति बनाई जाए व भुगतान सुनिश्चित किया जाए। वर्तमान में देय मानधन व पोषाहार राशि का भुगतान प्रतिमाह समय पर किया जाए। दुर्गम एंव कठिन क्षेत्रों में पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कठिनाई भत्ता का भुगतान किया जाए।