मनेंद्रगढ़ बस स्टैंट में बस मालिकों की चल मनमानी… कई परमिट एक बस…छोटी गाड़ी के परमिट पर बड़ी गाड़ी…यात्री हो रहे परेशान..विभाग का नही है ध्यान…
मनेन्द्रगढ़ से ध्रुव द्विवेदी
कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ बस स्टेंड में बस मालिकों के गोरखधंधे के चलते यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। दरअसल अधिक कमाई के फेर में बस मालिक कई गाड़ियों का परिचालन बताकर परमिट ले लेते हैं लेकिन उनके द्वारा इतनी बसें नहीं चलाई जाती जितने का उनके द्वारा परमिट लिया जाता है यही वजह है कि इन बस चालकों की मनमानी से यात्रियों को हमेशा परेशान होना पड़ रहा है।

मनेंद्रगढ़ बस स्टैंड में भर्राशाही का यह आलम लंबे अरसे से बना हुआ है ।इसका खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ता है। वहीं कई बस चालक ऐसे हैं जिन्होंने छोटी गाड़ियों का परमिट लिया हुआ है लेकिन बड़ी गाड़ियां चला रहे हैं।कई बस चालक ऐसे भी है जिनका परमिट केल्हारी तक का है लेकिन वे जनकपुर माड़ीसरई कोटाडोल तक की सवारी बस में बैठा लेते हैं। आगे जाने पर यात्रियों को पता चलता है कि यह बस सिर्फ केल्हारी तक जाएगी। इससे आए दिन बस चालक ,कंडक्टर और यात्रियों में विवाद होते रहता है। वहीं कई वाहन मालिकों ने आधे आधे घंटे के अंतराल में तीन चार बसों का परमिट जारी करवा लिया है लेकिन उनके द्वारा सिर्फ एक ही बस चलाई जाती है ।जब इस बारे में उनसे कुछ कहा जाता है तो उनका कहना होता कि वे परिवहन विभाग को टैक्स देते हैं ।लेकिन यह आसानी से समझा जा सकता है कि लगातार 1:30- 2 घंटे के अंतराल में दो तीन बसों का परमिट लेकर उसके स्थान पर सिर्फ एक ही बस चलाई जाती है,जिससे यात्रियों को लंबे समय तक बस की प्रतीक्षा करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। जितनी गाड़ियों का परमिट है उतनी गाड़िया चलती ही नहीं जिससे बसों में यात्रियों का दवाब बढ़ जाता है।
इसके अलावा कई बस चालक बस छूटने के निर्धारित समय से 3 से 4 घण्टे पहले ही स्टैंड में अपने वाहन खड़ा कर देते हैं जिससे बस खड़ा करने को लेकर भी बस चालको में कई बार अप्रिय स्थिति निर्मित होती है।