
नफरत का हल नफरत से नही मोहब्बत से हो, पैगाम ए मोहब्बत ही इस्लाम की जड़ – शाह अम्मार गद्दी नशीन रुदौली शरीफ उर्फ नैय्यर मिया…. कहा इस्लाम का संदेश ही पैगामे ए मोहब्बत है और इसी से इस्लाम फला फुला है इसी पैगामे मोहब्बत से इस्लाम को सूफियों ने फैलाया………पढ़े पूरी खबर
नफरत का हल नफरत से नही मोहब्बत से हो, पैगाम ए मोहब्बत ही इस्लाम की जड़ – शाह अम्मार गद्दी नशीन रुदौली शरीफ उर्फ नैय्यर मिया
कोई भी मसला नफरतों से नहीं मोहब्बत से हल किया जा सकता है इस्लाम का संदेश ही पैगामे ए मोहब्बत है -नैय्यर मियां
रायगढ़।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में ऑल इंडिया ऑल इंडिया उलेमा मशाइख़ बोर्ड के फाउंडर मेंबर,वर्ल्ड सूफी फोरम के सदस्य,अजमेर दरगाह कमेटी के पूर्व वाइस चेयरमैन और हिंदुस्तान के मशहूर दरगाह रुदौली शरीफ के सज्जादा नशीन हजरत शाह अम्मार अहमद अहमदी उर्फ नैयर मियां का रायगढ़ आना हुआ। वे इन दिनों अपने मुरीदीनो के बीच पहुंच कर आपसी सौहार्द भाईचारे और दूसरों के धर्म का सम्मान करने संदेश दे रहे हैं ऐसे समय मे जब हिदुस्तान सहित तमाम दुनिया में इंसानियत को कुचला जा रहा है। धर्म और मजहब के नाम पर बांटने की कोशिशें की जा रही है।
ऐसे में रुदौली शरीफ के सज्जादा नसीन शाह अम्मार अहमद अहमदी उर्फ नैय्यर मिया रायगढ़ पहुंचे आज इनका सम्मान आल मुस्लिम वेलफेयर फाउंडेशन रायगढ़ इकाई के जानिब सम्मान किया गया । इस दौरान उन्होंने कहा ही नौ सौ सालों रुदौली शरीफ पैगामे मोहब्बत का संदेश दे रहा है 14 सौ साल पहले भी हमारे पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब भी पैगामे मोहब्बत इंसानियत का संदेश लेकर आये थे और उन्होंने कहा कि आज जो दौर चल रहा है इस दौर में पैगामे मोहब्बत इंसानियत का संदेश बहुत जरूरी हो गया है। आज दुनिया में खासतौर पर हिंदुस्तान में आज जो माहौल बना हुआ है इसे देखते हुए पैगामे मोहब्बत का संदेश देने निकले हैं और इसी कड़ी में रायगढ़ आना हुवा है। नैय्यर मिया नर कहा कि मैं रायगढ़ वासियों को भी पैगामे मोहब्बत देने आया हूँ। इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं होता उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नफरतों का हल नफरत नहीं बल्कि मोहब्बत इसका हल है। उन्होंने अपने सन्देश में कहा कि इस्लाम पैगामे ए मोहब्बत और इंसानियत से फला फुला है हमारे पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब ने इसी पैगामे मोहब्बत और इंसानियत से ही इस्लाम की बुनियाद रखी थी और आज हम खानकाहों द्वारा इसी बुनियाद पर पूरी दुनिया मे पैगामे ए मोहब्बत और इंसानियत का संदेश दे रहे हैं । मौजूदा हालात को देखते हुए हिंदुस्तान में इसकी सख्त जरूरत है और इसी पैगाम को लेकर हम रायगढ़ में पहुंचे हैं।
इस मौके पर ख्वाजा गरीब नवाज मस्जिद कमेटी के सदर हाजी कलीमुल्ला वारसी ने कहा कि इस दौर में हमें ऐसे ही धर्म गुरु की बहुत जरूरत है जो जाति और धर्म ऊपर उठकर इंसानियत का पैगाम देता है। मौजूदा दौर में हर मजहब के लोगों में के लिए ऐसे धर्म गुरुओं की जरूरत है जो अपने धर्म के लोगों को धार्मिक शिक्षा दीक्षा के अलावा इंसानियत और सामाजिक सद्भाव का संदेश देता हो। शहरवासी ऐसे धर्म गुरु को अपने बीच पाकर बेहद हर्षित महसूस कर रहा है। आज जहां इस दौर में आपसी भाईचारा की जगह नफरतों ने ले लिया है। ऐसे में धर्म गुरु नैय्यर मिया का पैगामे मोहब्बत का संदेश हमारे लिए इंसानियत के लिए मायने रखती है। धर्म शिक्षा के साथ इंसानियत और सद्भावना का संदेश देने वाले धर्म गुरु का जोशीला स्वागत किया गया। एक दो दिन रायगढ़ में रहकर अपने मुरीदीनो और चाहने वालों केबीच पहुंच कर इंसानियत और पैगामे मोहब्बत का संदेश देंगे।
उक्त कार्यक्रम ऑल मुस्लिम वेलफेयर फाउंडेशन रायगढ़ के संरक्षक हाजी शेख मुबस्सिर हुसैन, हाजी शेख कलीमुल्लाह वारसी, अध्यक्ष शेख अतहर हुसैन, उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद, कार्यक्रम संयोजक मोहम्मद अखलाक खान, मीडिया प्रभारी जनाब मोहसिन हसन खान, अल्ताफ हुसैन, मोहम्मद सोहेल, मोहम्मद सिराज, यावर हुसैन, मोहम्मद जुबेर, मोहम्मद अतीक साबरी द्वारा किया गया। इस मौके पर मस्जिद गरीब नवाज के इमाम हाफिज व कारी इफ्तेखार आलम साबरी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।