दिन रात घंटों गुल रहती है बिजली, विभाग की लचार प्रणाली से जनता आक्रोशित
बालोद (डीके देवांगन बंटी)। जिले में दिन व रात में घंटों बिजली गुल रहने से इन दिनों नगर वासियों की नींद हराम हो गई है। इससे शहर की चरमराई विद्युत व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। लोगों की यह भी शिकायत है कि विद्युत विभाग में कर्मचारी फ ोन को इंगेज रखते हैं इसलिए कभी भी ऑफि स में फ ोन नही लगता। गाहे बगाहे फ ोन लग भी जाए तो बिजली विभाग के कर्मचारी संतोषजनक उत्तर देने की बजाय जल्द बिजली आएगी कहकर फ ोन काट देते हैं।
विभाग के लचर व्यवस्था से लोगों को सही तरीके से बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है। विभाग के इस अव्यवस्था से जहां आमजन परेशान है वहीं व्यवसायी भी नाराज है। गर्मी का मौसम होने से यह परेशानी और भी ज्यादा भयावह होने लगी है। बिना एसी पंखे कूलर के गर्मी में गुजारा नही होता जो की लाइट न होने से और गंभीर हो जाता है। बिजली की इस आंख मिचौली से रोजमर्रा की जिंदगी पटरी से उतरने लगी है। लेकिन लगता नहीं बिजली विभाग इस समस्या से लोगों को निजात दिलाने को लेकर गंभीर है।
कौन सुनेगा किसको सुनाएं
शहर की बिजली व्यवस्था लम्बे समय से काम चलाऊ हिसाब में चलती रही है। चाहे झूलते तारों की बात हो या जर्जर ट्रांसफ ार्मरों की इन विषयों पर कभी विभाग संजीदा नजर नहीं आता। सुधार के नाम पर काम चलाऊ मरम्मत की परंपरा के चलते अब लंबे समय तक लाइट का चले जाना बड़ी समस्या बनने लगी है। मुश्किल यह है कि कर्मचारी और अधिकारी बिजली की अव्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं हैं। ऐसे में लोग यही कह रहे है कि कौन सुनेगा, किसको सुनाएं वाली कहावत चरितार्थ होती है।
विद्युत की जारी आंख मिचौली से जिले के नगरीय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक के लोग परेशान नजर आ रहे हैं। गर्मी के बेतहाशा पडऩे की वजह से लोगों की निगाहें राहत के लिए सिर्फ बिजली की ओर निहारने में टकटकी लगाए हुए है। बिजली की जारी आंख मिचौली के खेल से उनमें फैल रही नाराजगी विद्युत विभाग को कोसने में जा रही है। शहर में भी रोज कई बार बिजली बंद हो रही है। रात में भी कोई ठिकाना नही रहता इस दौरान लोगों की रात जागते हुए कटी विद्युत न रहने की वजह से गर्मी से परेशान लोग नगरीय क्षेत्र के निवासियों की शिकायत है कि उन्हें रोस्टर के अनुरूप समय से बिजली की आपूर्ति ही नहीं हो रही है। इसकी वजह से उन्हें मानसिक, शारिरीक से लेकर आर्थिक तक की परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों की शिकायत है कि बिजली कटौती से जहां खेती चौपट हो रही है वहीं रहने, सोने खाने में भी गर्मी की वजह से आफ त मची है।
पखवाड़े भर से बढ़ी समस्या
ज्ञात हो कि पखवारे भर से अधिक समय से हो रही विद्युत कटौती ने जिले वासियों का जीना मुहाल कर रखा है। वे दिन में काम और गर्मी की वजह से परेशान हो जा रहे हैं तो रात में बिजली न रहने पर आंखों की नींद छिन जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले लोग तो रात में मौसम में आ रही नमी की वजह से थोड़ा सुकून भी महसूस कर रहे हैं, लेकिन शहरी क्षेत्र के लोगों के लिए काफी फजीहत हो रही है। उनकी पूरी रात विद्युत कटौती की वजह से जागते हुए बीत रही है। पखवारे भर से उन्हें चैन की नींद नसीब नहीं हो सकी है। बिजली कटौती का आलम यह है कि ग्रामीण से लेकर नगरीय क्षेत्र के लोग रोस्टर ही भूल चुके है। कुछ घंटों के लिए कई हिस्सों में आ रही बिजली के साथ लो वोल्टेज की भी समस्या जुड़ी है। इससे उसका किसी प्रकार से उपयोग नहीं हो रहा है।
बिजली की आंख मिचौली से बालोद के लोग काफ ी परेशान हैं। बिजली कब आती है, कब जाती है, कोई ठिकाना नहीं। गर्मी शुरू होते ही मुश्किल से आठ घंटे बिजली रहती है। ऊपर से लो वोल्टेज की समस्या ऐसी है कि ढबिरी भी शरमा जाए। लो वोल्टेज के कारण गर्मी में भी पंखा, कूलर, एसी, फ्रिज आदि मात्र शोभा की वस्तु बनकर रह गए हैं। साथ ही छात्रों का पठन-पाठन और बिजली से संबंधित कारोबार भी प्रभावित हो रहा है दिनभर में कई बार बिजली गुल रहने से आम लोगों के साथ ही बिजली से संबंधित काम करने वाले व्यवसायियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले सात-आठ दिन से बिजली विभाग से आमजन परेशान हैं। शहर में बार-बार विद्युत कटने से लोगों को विशेष तौर पर व्यापारी वर्ग को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. ऑनलाइन बिजनेस फ ार्म भरने वालों के साथ-साथ प्रिंटिंग कार्य करने वाले दुकानदार इन विद्युत कटों से भारी परेशानी में हैं और शहर की विद्युत व्यवस्था कब सुधरेगी, इसके बारे में विभाग से लगातार पूछ रहे हैं। बताते चलें कई दिनों से शहर में पूरा दिन विद्युत आंख-मिचौली का खेल चल रहा है। इससे प्रचंड गर्मी में लोगों को, व्यापारी वर्ग को भारी मुसीबत सहन उठानी पड़ी। इस प्रकार बिजली कट जाने से लोगों मे रोष है. लोगों का कहना है कि बिजली के लिए अधिक कीमत चुकाने के बाद भी बिजली काटी जा रही है। उनका आरोप है कि समस्या को लेकर बिजली विभाग को सूचित किया गया है। इसके बाबजूद भी कोई हल नहीं निकल पाया है. हालांकि बिजली विभाग का कहना है कि खपत बढऩे के कारण लोड सेटिंग करने बिजली व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त किया जा रहा है।
ट्रांसफ ार्मर भी दे रहे जवाब
भीषण गर्मी शुरू होते ही घरों व कार्यालयों में कूलर-पंखे व एसी चलने शुरू हो गए हैं। इसके साथ ही शहर में विद्युत लाइनों ने जबाब देना शुरू कर दिया है। वार्डों में जगह-जगह ट्रांसफ ार्मर के फ्यूज उडऩे व इंसुलेटर भस्ट होने की घटनाएं हो रहीं हैं। विद्युत लाइनों पर अब अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। हालांकि विभाग द्वारा कहा जा रहा है कि लाइनें दुरूस्त हैं, जहां पर भी फ ाल्ट की सूचना मिलती है तो कर्मचारी मौके पर जाकर कार्य करते हैं। ट्रांसफ ार्मर के फ्यूज व इंसुलेटर खराब होने से सबसे ज्यादा परेशानियां घनी आबादी में हो रही हैं। जहां हर घंटे कोई न कोई लाइन बंद हो जाती है।
गर्मी में लाइट जाने से होती है परेशानी
अभी से इन दिनों शहर में भीषण गर्मी महसूस की जा रही है। दोपहर में पारा 43 डिग्री से पार पहुंच जाता है। ऐसे में लाइट न होने से लोगों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। शहर में अधिकांश रहवासी हैण्डपंप के पानी पर ही निर्भर हैं। बिजली न होने से पेयजल की समस्या भी बन रही है।