
प्यारी बिटिया दिवस 18 फरवरी को… गैर संचारी रोग निदान एवं उपचार पखवाड़ा के तहत जिले भर में होंगे आयोजन..
जिले के 68 हेल्थ ओर वेलनेस सेंटरो में होंगे कार्यक्रम..
गैर संचारी रोग निदान एवं उपचार पखवाड़ा के तहत कोरिया जिले भर के हेल्थ ओर वेलनेस सेंटरो में 18 फरवरी को ‘प्यारी बिटिया दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। जिसका उद्देश्य सबका ध्यान किशोरियों के स्वास्थ्य, खासकर माहवारी और इससेजुड़ी चुनौतियों और भ्रांतियों पर केंद्रित करना है।
जिले के 68 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में किशोरियों की मुफ्त स्वास्थ्य जांच होगी और मासिक धर्म के बारे में जानकारी दी जाएगी| मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों और चुनौतियों के प्रबंधन के बारे में भी बताया जाएगा। इस दिन का महत्व माहवारी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना है ताकि किशोरियां इज्जत, सुरक्षा और स्वच्छता से माहवारी का प्रबंधन कर सके ।
एनसीडी नोडल अधिकारी डा.श्रेष्ठ मिश्रा ने बताया: ‘‘ हेल्थ एंड वैलनेस सेन्टर्स और विद्यालयों में किशोरियों में खून की कमी,स्तन और मुह ही स्वच्छता की जांच की जायेगी, आयरन की गोलियां और सेनेटरी नैपकिन्स राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीमों द्वारा बांटी जायेंगी। माहवारी का प्रबंधन और इससे जुडी स्वच्छता भी स्वास्थ्य का हिस्सा है।‘प्यारी बिटिया दिवस’ का महत्व माहवारी से जुडी भ्रांतियों को दूर करना है ताकि किशोरियां इज्जत, सुरक्षा और स्वच्छता से माहवारी का प्रबंधन कर सके। इस दिन योग और व्यायाम पर बल दिया जाएगा और नशे से होने वाली स्वास्थ्य हानियों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा।’’
सीएमएचओ डां. रामेश्वर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया,‘‘ गैर संचारी रोग निदान एवं उपचार पखवाड़ा के तहत प्यारी बिटिया दिवस को मनाया जाना है जिसमें नवयुवतियों के लिये विशेष शिविर का आयोजन होगा जिसमें मुख्य रुप से रक्त अल्पता जांच, और सुपोषण आहार पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होगें, किशोरियों की मुफ्त स्वास्थ्य जांच होगी और मासिक धर्म के बारे में जानकारी दी जायेगी। मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों और चुनौतियों के प्रबंधन के बारे में भी बताया जाएगो ऐसी ही गतिविधियाँ विद्यालयों में भी की जायेगीं।
माहवारी के दिनों में व्यक्तिगत स्वच्छता होना बहुत ज़रूरी होता है। गन्दा कपडा इस्तेमाल करने से या साफ़ सफाई न रखने से आरटीआई होने की सम्भावना होती है|माहवारी के दिनों में खून की भी कमी होती है जिसके लिए पौष्टिक खाना और आयरन की गोलियां लेनी ज़रूरी होती हैं|स्वस्थ किशोरी ही आगे चलकर स्वस्थ माँ बनतीहै और स्वस्थ बच्चे तो जन्म देती है।
माहवारी से कई प्रकार की भ्रांतियां भी जुडी हैं जैसे इन दिनों पूजा स्थान में जाने की मनाही, किचन में जाने की मनाही या फिर खाने पीने में भी परहेज़| विद्यालयों में शौचालयों की सुविधान होने के कारण से किशोरियों उन दिनो स्कूल नहीं जाती हैं या फिर पढाई छोड़ देती हैं।

गैर संचारी रोग निदान एवं उपचार पखवाड़ा के तहत – प्यारी बिटिया दिवस 18 फरवरी , निरोगी दिव्यांग दिवस 20 फरवरी, स्वस्थ संगवारी दिवस 24 फरवरी, सुरक्षा सूत्र दिवस 27 फरवरी, किसान मितान दिवस 29 फरवरी 2020 को विशेष रूप से शिविर आयोजित किये जायेगे ।