
चिरमिरी के अस्तित्व को बचाने नागरिकों ने कसी कमर..डॉ. सत्यजीत साहू ने कहा इसे बचाने व विकास के लिए स्थानीय विधायक व नेताओं पर बनाए दबाव..
आकाश बरनवाल
आज चिरमिरी की बन्द हो रही खदानों को लेकर यहाँ के निवासियों के चेहरे पर चिन्ता कि लकीरे अपनी कहानी खुद बयां कर रही हैं… यहां की बढ़ती बेरोजगारी को लेकर स्थानीय नौजवान बहुत असमंजस की स्थिति में हैं। चिरमिरी की कम होती आबादी इस बात की गवाह है कि खदानों के बन्द होने से बड़ी तेजी से पलायन भी हुआ है। इन सभी मुद्दों के लेकर यहां के वरिष्ठ नागरिक एवं व्यापारियों की चिरमिरी के ह्रदय स्थल हल्दीबाड़ी के होटल अलवीना में आज बालाजी हॉस्पिटल ग्रुप एन्ड मेडिकल साइंस के डायरेक्टर डॉ सत्यजीत साहू की अध्यक्षता में एक परिचर्चा की गई। जिसमें कुछ बुद्धिजीवियों द्वारा चिरमिरी के अस्तित्व पर चर्चा की गई जिसमें प्रमुख व्यवसायी जगदीश सेठी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि चिरमिरी क्षेत्र में चिकित्सा सुविधा के अभाव के कारण लोगों को छोटी-छोटी बीमारी के इलाज हेतु बाहर जाना पड़ता हैं। यहां विशेषज्ञ डाक्टर नहीं होने के कारण भी उपचार के लिए बाहर निकलना पड़ता है। वरिष्ठ नेता व व्यवसायी सुरेश अग्रवाल ने कहा कि अगर यहां बड़े-बड़े उद्योगपतियों को यहाँ उद्योग लगाने का ऑफर दिया जाता हैं एवं 10 वर्ष तक उनसे कोई टैक्स न लिया जाय तो बेरोजगार युवकों को रोजगार भी उपलब्ध होगा वहीं उद्योगपतियो से बाद में सरकार को टैक्स भी मिलेगा। उन्होंने इस बारे रीवा के विधायक उदाहरण भी दिया गया।

डॉ. सत्यजीत साहू ने कहा कि हम चुनाव के समय तो नेता का चुनाव भी कर लेते है लेकिन क्षेत्र के विकास के लिए हम अपनी बात भी नही रख पाते है या फिर हम अपनी व्यक्तिगत समस्या सामने लाते हैं जबकी यहां के प्रबुद्ध जनो को व्यक्तिगत से ऊपर उठकर क्षेत्र के विकास के लिए एक जुट होकर नेता के ऊपर दबाव बनाकर मांग रखनी चाहिए। जिससे वह पूर्ण भी होगी। आज पच्चीस-तीस लोग इकट्ठे है, कल सौ-दो सौ से अधिक होकर मांग उठायेगे तो मांग भी पूरी होंगी। आपकी बात ऊपर जाएगी तो पूरी भी होगी।
इस दौरान जगदीश सेठी, सुरेश अग्रवाल, गुरुवेज सिंह छाबड़ा, ओम प्रकाश प्रीतम, शिव अग्रहरि, उमाशंकर अलगमकर, कैलास महंत, लोकस्वर साहू, तीरथ साहू, नितिन सिंह, इंद्रबहादुर सिंह, संभु सिंह, मंगल सिंह राज, राकेश कुमार सूर्या भरत जायसवाल, अंजन पाहन एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।