
लाल बत्ती को लेकर कोरिया को मिल सकती है निराशा… इन दावेदारों के हिस्से में आ सकती है मायूसी.. निगम, मंडल और संसदीय सचिव की तैयारी…
अनूप बड़ेरिया
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार को लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व होने को है लंबे इंतजार के बाद अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निगम, मंडल व आयोग के साथ संसदीय सचिव नियुक्त करने की तैयारी में अंतिम चरण में पहुंच गए हैं। प्रदेश प्रभारी प्रभारी पीएल पुनिया से मीटिंग के बाद सभी जिला अध्यक्षों से राय मशवरा करने के बाद लगभग सूची को अंतिम रूप दिया जा चुका है इसे कभी भी जारी किया जा सकता है। लगभग 16 निगम, मंडल,आयोग के अलावा 11 संसदीय सचिव बनाए जाने की जानकारी मिल रही है।
कोरिया जिले से कई दावेदारों के होने के बावजूद एक बार फिर सभी को निराश होना पड़ सकता है। बात करें यदि संसदीय सचिव की तो जिले के क्रमांक 01 भरतपुर-सोनहत के विधायक गुलाब कमरो को सरगुजा विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाकर पहले ही राज्य मंत्री का दर्जा दिया जा चुका है। जिसके बाद मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल और बैकुंठपुर विधायक श्रीमती अंबिका सिंहदेव में से किसी एक को संसदीय सचिव बनाया जाना मुश्किल ही प्रतीत होता है।

इसी प्रकार निगम, मंडल, आयोग की लाल बत्ती के लिए जिले में सबसे प्रबल दावेदार नजीर अजहर ही थे। लेकिन उन्हें जिलाध्यक्ष बनाए जाने के बाद उनका भी लाल बत्ती से नंबर कट सा गया है। इसी प्रकार मनेंद्रगढ़ कि कांग्रेस नेत्री श्रीमती प्रभा पटेल के नगर पालिका अध्यक्ष बनने के बाद संभावनाएं शून्य हैं।
वही अंचल के कद्दावर कांग्रेसी नेता व पीसीसी सचिव योगेश शुक्ला, जिपं उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी, रमेश सिंह, अशोक श्रीवास्तव का भी नम्बर नही लग रहा है। हां किसी को आयोग वगैरह का सदस्य बना कर सन्तुष्ट किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के 69 विधायक हैं। मंत्रिमंडल के गठन के बाद अनेक वरिष्ठ विधायक व कई बार के जीते विधायक बगैर मंत्री पद के खाली बैठे हुए हैं। इसके अलावा बड़े शहरों के बड़े चेहरों हो निगम, मंडल, आयोग में एडजस्ट किया जा सकता है। जिसमें कई विधायक भी आ सकते हैं।
