♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

संविदा कर्मियों को लेकर युवा भाजपा नेता ने भूपेश बघेल को कह दी ये बड़ी बात …..और सरकार की कार्यशैली पर किया सवाल खड़ा….विकास केडिया ने सरकार पर हमला करते हुए कहा आधी रोटी और आधा पेट पर लगेगी आह 

घोषणा-पत्र में किए गए नियमितीकरण के वादे को पूरा करिए भूपेश जी : विकास केडिया

“आधी रोटी, आधा पेट, जीवन चढ़ गया, संविदा की भेंट” की आह भूपेश सरकार को ले डूबेगी

संविदा कर्मियों को लेकर युवा भाजपा नेता ने भूपेश

रायगढ़। रायगढ़ भाजपा के प्रखर नेता विकास केडिया ने नियमितीकरण के मुद्दे को एक बार फिर से उठाते हुए राज्य की कांग्रेस शासित भूपेश बघेल सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है।

रायगढ़ भाजपा जिला उपाध्यक्ष विकास केडिया ने जारी विज्ञप्ति में सरकार पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि इतनी भीषण गर्मी में पूरे प्रदेशभर में सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर पर नियमितीकरण की मांग को लेकर रथयात्रा निकाली जा रही है और भूपेश बघेल सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है, भूपेश बघेल एक तरफ अपने राजनीतिक कार्यक्रम “भेट मुलाकत” में स्वयं को छत्तीसगढ़ की जनता का एकमात्र हितेषी होने का कथित दावा करते हैं और दूसरी तरफ अपने वायदे से बिल्कुल विपरीत आचरण रखते है और आज उनके इसी उदासीन आचरण की वजह राज्य भर के हजारों संविदा कर्मचारियों और अधिकारियों के समक्ष ” आधी रोटी , आधा पेट, जीवन चढ़ गया संविदा की भेंट” की स्थिति निर्मित हुई हैं।

आगे भाजपा नेता श्री केडिया ने कहा कि 2018 के चुनावी बेला में सूबे के मुखिया भूपेश बघेल ने संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण को लेकर बड़ी बड़ी बातें की थी और कहा था कि हमारी सरकार आने के दस दिनों के भीतर ही संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण कर दिया जायेगा, और आज जबकि उनकी सरकार को सत्ता पर आए साढ़े चार साल से अधिक होने को है तो भी संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण नही किया गया, जिसकी वज़ह से आज राज्य के हजारों कर्मचारियों को इतनी प्रचंड गर्मी 44 डिग्री में भी अपनी मांग को लेकर रथ यात्रा करना पड़ रहा है बावजूद उसके भूपेश बघेल किंकर्तव्यविमूढ बने हुए हैं।

भाजपा नेता ने आगे यहां तक कहा कि भ्रष्टाचार और घोटाले में लिप्त भूपेश सरकार के दिन अब पूरे हो गए हैं।राज्य की जनता भी अब इनकी कार्यशैली और बोल वचन से उकता गई हैं और आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में भूपेश बघेल सरकार को वायदे खिलाफी और जनता के भरोसे के साथ छल और विश्वासघात करने की बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close