भोपाल में कोरोना से पहली मौत, 52 वर्षीय मरीज ने रविवार देर रात दम तोड़ा…
पहली बार 23 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव आने के बाद रविवार-सोमवार की दरमियानी एक और बुरी खबर लेकर आई। अरेरा कॉलोनी स्थित नर्मदा अस्पताल में भर्ती 52 साल के नरेश खटीक की मौत हो गई। वे 2 अप्रैल से इस अस्पताल में भर्ती थे और उनके फेफड़े खराब हो चुके थे। उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। देर रात साढ़े बारह बजे उनकी मौत हो गई। अस्पताल की डायरेक्टर रेणु शर्मा ने उनकी मौत की पुष्टि की है। रविवार शाम को ही नरेश खटीक कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। कोरोना से भोपाल में यह पहली मौत है।
डॉ. रेणु शर्मा के मुताबिक खटीक बिट्टन मार्केट स्थित सब्जी मंडी के पास सिक्युरिटी गार्ड का काम करते हैं। वे इब्राहिमगंज में रहते थे। उन्हें अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम अस्पताल पहुंचने लगी थी। उनके दो बेटे हैं। शर्मा के मुताबिक करीब दो महीने से खटीक का दो महीने से पुराने शहर के किसी निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था।
2 अप्रैल को उनकी तबियत अचानक खराब हुई थी। सूत्रों के मुताबिक इससे पहले वे दो अस्पताल और गए थे, लेकिन उन्हें भर्ती नहीं किया गया। नर्मदा अस्पताल में भर्ती करने के बाद कोरोना जैसे लक्षण पाए जाने पर उन्हें जेपी अस्पताल ले जाकर कोरोना की जांच कराई गई थी। यह रिपोर्ट रविवार को आई।
एक ही दिन में 23 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए
भोपाल में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक बड़ा उछाल आया है। रविवार को एक ही दिन में 23 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इसमें से 6 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हैं और 12 वे जमाती हैं, जो दिल्ली मरकज से आकर भोपाल की मस्जिदों में रुके थे। वहीं 5 अन्य ऐसे लोगों ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है, जिनके संक्रमण का सोर्स पता नहीं चल रहा है। इस तरह भोपाल में अब तक 41 लोग कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। अब इन सभी के परिजन की सूची तैयार की जा रही है। इनकी जांच की जाएगी। इनके घरों से एक किलोमीटर तक के क्षेत्र को कंटेनमेंट घोषित किया है। आभार नई दुनिया