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ड्यूटी में तैनात पटवारी को छह पुलिसकर्मियों ने बिना पास देखे जमकर पीटा… हालत गंभीर….फटी पेट की अतडिय़ां…

ड्यूटी पर तैनात पटवारी को पुलिसकर्मियों द्वारा जमकर पीटने का मामला सामने आया है। पुलिस वालों के डंडे से घायल पटवारी की हालत बेहद गंभीर है। फिलहाल अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है। पटवारी के साथ ऑन ड्यूटी मारपीट करने पर जिला पटवारी संघ ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है। घटना के बाद आक्रोशित पटवारी संघ ने राज्य सरकार को कार्रवाई नहीं होने पर सीधे आंदोलन की चेतावनी दी है।

पास देखकर भी पुलिसवालों ने बरसाए डंडे
पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष भीषम सिंह ठाकुर ने बताया कि 4 अप्रैल को सुबह 9.30 बजे तहसील कार्यालय ओरछा के सामने स्थित किराना दुकान में पटवारी राजलाल सलाम अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए दुकान में स्टॉक की जानकारी ले रहे थे। साथ ही ग्राम गदाड़ी के ग्राम सचिव का मोबाइल नंबर आइसोलेट व्यक्तियों के संबंध में जानकारी के लिए लेने के लिए वे गए थे। दुकान के पास अन्य लोग भी सामान लेने के लिए खड़े थे जिसमे दो बच्चे भी शामिल थे। उसी समय 5-6 पुलिसकर्मी आए और लाठियों से पीटना शुरू कर दिए।

एसडीएम ने जारी किया था ड्यूटी पास
एसडीएम नारायणपुर द्वारा जारी किया गया ड्यूटी पास पीडि़त पटवारी अपने गले में लटकाया हुआ था साथ ही उनके द्वारा मौखिक अपना परिचय भी दिया गया। लेकिन पुलिसकर्मियों ने पटवारी की एक नहीं सुनी। तहसीलदार का कोई रोल नहीं शब्दों का प्रयोग करते हुए और डंडा मारते रहे। घटना के उपरांत पटवारी अपने निवास स्थान चले गया। शरीर में दर्द अधिक होने के कारण ओरछा अस्पताल में जांच के लिए गया जहां उन्हें डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखकर भर्ती किया।

फ़टी पेट की अतडिय़ा
8 अप्रैल को तहसीलदार ओरछा द्वारा घटना की जानकारी लेते हुए पीडि़त पटवारी को बेहतर ईलाज के लिए नारायणपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। किन्तु तीन दिन बाद डॉक्टरों द्वारा पेट की अतडिय़ा फट जाने की बात करते हुए उन्हें जगदलपुर रेफर किया गया, जहां उनका ऑपरेशन किया गया हैं। सक्षम अधिकारी द्वारा जारी पास होने के बावजूद एक शासकीय कर्मचारी से पुलिस का यह व्यवहार अत्यंत खेदजनक है। जिला अध्यक्ष ठाकुर ने बताया कि राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ जिला राजनांदगांव इसकी कड़ी निंदा करता है। इसके पूर्व भी राजनांदगांव में एक पटवारी को अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान पुलिसकर्मी द्वारा दो घंटे थाने में बैठाया गया था।आभार-पत्रिका

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