दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ चुनाव के अंतिम दौर में प्रत्याशियों ने झोंकी ताकत
दक्षिणापथ.दुर्ग
जिला अधिवक्ता संघ के दो वर्षीय कार्यकाल वाले प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव के लिए अब मात्र 1 दिन का समय ही शेष रह गया है। जिससे विभिन्न पदों के प्रत्याशी अपने पक्ष में अधिवक्ता मतदाताओं को साधने में कोई कसर बाकी नहीं रखे हुए है। प्रत्याशी टेबल-टू-टेबल अधिवक्ता मतदाताओं से संपर्क तो कर ही रहे है, वहीं मतदाताओं के घरों में भी दस्तक देकर वोट पक्का करने की जुगत लगाए हुए है। जिससे पूरा जिला न्यायालय परिसर चुनावी रंग में रंगा हुआ है। इस बार चुनाव में 8 पदाधिकारी पद व 6 कार्यकारिणी सदस्य हेतु कुल 48 प्रत्याशी मैदान में है। जिनके भाग्य का फैसला कुल 1359 अधिवक्ता मतदाता करेंगे। इनमें 1083 पुरुष व 276 महिला अधिवक्ता मतदाता शामिल है। मतदान 29 जून को होगा। 30 जून को मतगणना उपरांत परिणामों की घोषणा की जाएगी। चुनाव के अंतिम दौर में प्रचार-प्रसार अभियान पूरे उफान पर आ गया है।
अध्यक्ष पद पर ओमप्रकाश शर्मा की स्थिति मजबूत
प्रचार-प्रसार अभियान से प्रत्याशियों की स्थिति का भी अधिवक्ता द्वारा आकंलन करना शुरु कर दिया गया है। चुनावी घमासान के बीच छनकर आ रही खबरों के मुताबिक अध्यक्ष पद के 4 प्रत्याशियों में ओमप्रकाश शर्मा को मजबूत प्रत्याशी माना जा रहा है। श्री शर्मा सत्र 2007 व 09 में जिला अधिवक्ता संघ के सचिव भी रह चुके है। इस कार्यकाल में उन्होने अधिवक्ता हित में कई बड़े कार्यो की नींव रखी। जिसका वर्तमान में अधिवक्ताओं को लाभ मिल रहा है। यहीं वजह है कि उन्हे अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के रुप में वरिष्ठ व
कनिष्ठ अधिवक्ताओं का व्यापक समर्थन हासिल हो रहा है। साथ ही जिला अधिवक्ता संघ के चुनाव की दिशा तय करने वाले अधिवक्ता भी श्री शर्मा के समर्थन में खुलकर सामने आ गए है। जिसका इस चुनाव में अध्यक्ष प्रत्याशी ओमप्रकाश शर्मा को लाभ मिल रहा है। इसके अलावा अध्यक्ष पद के प्रत्याशी गुलाब सिंह पटेल, सुदर्शन महलवार व दिनेश शर्मा भी अपने जीत के लिए जोर लगाए हुए है। तीनों प्रत्याशी अनुभवी है। गुलाब सिंह पटेल जिला अधिवक्ता संघ के एक बार सचिव व सह सचिव पद को सुशोभित कर चुके है, वहीं सुदर्शन महलवार कोषाध्यक्ष व दिनेश शर्मा उपाध्यक्ष रहे है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर आमने-सामने की टक्कर
वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर प्रत्याशी प्रकाश धन्डोरे व रोहित कुमार सिंह के बीच सीधे मुकाबले के असार है। रोहित पूर्व में कार्यकारिणी सदस्य व प्रकाश उपाध्यक्ष पद पर जिला अधिवक्ता संघ का प्रतिनिधित्व कर चुके है। इन प्रत्याशियों के अलावा नरेन्द्र सोनी, रमेश कुमार साहू, हेमंत गौतम भी अपनी किस्मत आजमा रहे है। कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद हेतु महिलाओं ने लगाई जोर महिला के लिए आरक्षित कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर प्रत्याशी पूजा मोंगरी व साधना शुक्ला एक-दूसरे के लिए चुनौती बनी हुई है। अन्य प्रत्याशी हेमलता साहू व योगिताबाली सिंह भी मतदाताओं से मिल रहे समर्थन से अपने जीत के प्रति आश्वस्त है।
रविशंकर सिंह सचिव पद पर दूसरी बार लड़ रहे चुनाव
सचिव पद पर प्रत्याशी रविशंकर सिंह और विजय कुमार चौधरी प्रचार-प्रसार में आगे चल रहे है। रविशंकर पूर्व कार्यकाल में सचिव रह चुके है। वे
लगातार दूसरी बार सचिव पद पर चुनाव लड़ रहे। एक बार वे जिला अधिवक्ता संघ के सह सचिव भी रह चुके है। विजय कुमार चौधरी पूर्व में सह सचिव पद को सुशोभित कर चुके है। असीम कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह भी सचिव पद के दावेदार है।
किशोर यादव प्रचार-प्रसार में आगे
सह-सचिव पद पर प्रत्याशी किशोर कुमार यादव, रविश कुमार राजपूत, शैलेन्द्र गुप्ता व मोनिका सिंह चुनाव लड़ रही है। प्रत्याशी किशोर कुमार यादव को जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व सहसचिव दानिश परवेज एवं अन्य पदाधिकारियों का समर्थन मिल रहा है। श्री परवेज ने पूर्व कार्यकाल में अधिवक्ता संघ को उंचाई देने में बेहत्तर कार्य किया।फलस्वरुप इस चुनाव में प्रत्याशी किशोर यादव को दानिश परवेज के कार्यो का लाभ मिल रहा है। अन्य प्रत्याशी रविश कुमार राजपूत व शैलेन्द्र गुप्ता भी सहसचिव पद पर कब्जा जमाने एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है।
कोषाध्यक्ष पद पर संतोष देवांगन का दावा मजबूत
कोषाध्यक्ष पद पर प्रत्याशी संतोष कुमार देवांगन की स्थिति मजबूत बताई जा रही है। वे जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व में कार्यकारिणी सदस्य रह चुके है। इसके अलावा प्रत्याशी आकाश कुमार पंसारी व आशीष कुमार तिवारी भी इस पद के लिए जोर लगाए हुए है।
आशीष सूर्यवंशी को मिल रहा अनुभव का लाभ
ग्रंथालय सचिव पद के प्रत्याशी आशीष सूर्यवंशी इस चुनाव में बेहत्तर स्थिति में है। श्री सूर्यवंशी पूर्व में जिला अधिवक्ता संघ के ग्रंथालय सचिव और क्रीड़ा व सांस्कृतिक सचिव रह चुके है। जिसका इस चुनाव में उन्हे लाभ मिल रहा है। इस पद के तामलाल साहू, रोहित कुमार साहू, संजय कुमार विश्वकर्मा भी प्रत्याशी है।
सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा सचिव पद पर मतदाताओं की पसंद सक्रियता
सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा सचिव पद के प्रत्याशी रविशंकर मानिकपुरी को इस पद के लिए सबसे योग्य प्रत्याशी बताया जा रहा है। संघ के सांस्कृतिक आयोजनों में हमेशा बढ़-चढ़ उनकी भागीदारी रही है। फलस्वरुप इस पद के लिए उन्हे अधिवक्ताओं का व्यापक समर्थन हासिल हो रहा है। इस पद के लिए नीरज सिंह राठौर, रोहित कुमार देवांगन भी जोर लगाए हुए है।
हैट्रिक लगाने के इरादे से कृष्णराज चंदेल है चुनावी मैदान में
कार्यकारिणी सदस्य (पुरुष) के 5 पदों के लिए चुनाव में सर्वाधिक 14 प्रत्याशियों ने अपना दावा ठोका है। प्रत्याशी कृष्णराज चंदेल उर्फ छोटू इस पद पर हैट्रिक बनाने के इरादे से चुनाव मैदान में उतरे है। वे लगातार दो बार कार्यकारिणी सदस्य निर्वाचित होते आ रहे है। इसके पहले वे ग्रंथालय सचिव पद को भी सुशोभित कर चुके है। कार्यकारिणी सदस्य के रुप में कृष्णराज चंदेल इस चुनाव में निर्वाचित होने पर वे लगातार अधिवक्ता संघ का चार चुनाव जीतने का गौरव हासिल करने में सफल होंगेे। कार्यकारिणी सदस्य के इस चुनाव में उनका सरल स्वभाव व उनके प्रचार-प्रसार का अंदाज अधिवक्ता मतदाताओं को खासा प्रभावित कर रहा है। जिससे उन्हे अधिवक्ता मतदाताओं का व्यापक समर्थन मिल रहा है। कार्यकारिणी सदस्य के अन्य प्रत्याशी अजय कुमार शर्मा, अमरजी जैन, आलोक कुमार सारस्वत, नंदकिशोर देवांगन, प्रवीण जैन, बजरंग श्रीवास्तव, महोम्मद रसीद, राकेश कुमार जैन, विजय कुमार सोनकर, विनोद कुमार निर्मल, शुभम जैन, संतोष कुमार कुर्रे,
शारदा प्रसाद गुप्ता भी मैदान में है।
महिला आरक्षित कार्यकारिणी सदस्य
के एक पद के लिए प्रत्याशी किरण गुप्ता, रेखा रॉय व सुलोचना बावरिया के बीच कांटे की टक्कर होने का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसके चलते तीनों प्रत्याशियों ने चुनाव जीतने अपनी पूरी ताकत झोक दी है। बहरहाल जिला अधिवक्ता संघ के चुनाव में किस प्रत्याशी के सिर जीत का ताज और किस प्रत्याशी को पराजय का सामना करना पड़ेगा। फिलहाल यह समय के गर्भ में छिपा हुआ है। इसका फैसला तो 30 जून को मतगणना उपरांत ही हो पाएगा, लेकिन चुनाव में सभी पदों पर प्रत्याशियों के बीच मचे घमासान से परिणाम काफी दिलचस्प आने के अनुमान है। जिसका न केवल अधिवक्ताओं को बल्कि विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग को भी बेसब्री से इंतजार है।