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शराबभट्ठी के पूर्व कर्मचारी, अय्याशी में उड़ाए अपने ही भट्ठी का चोरी की रकम, गिरफ्तार

उरला देशी शराब भट्ठी में लाखों की चोरी का पर्दाफाश, 4 आरोपी गिरफ्तार
दक्षिणापथ, दुर्ग। उरला स्थित देशी शराब भट्ठी में साढ़े तीन माह पूर्व हुए तीन लाख साठ हजार रु. की बड़ी चोरी के मामले को सुलझाने में दुर्ग पुलिस को सफलता मिली है। इस मामले में आरोपी कोई और नहीं बल्कि देशी शराब भट्ठी के पूर्व कर्मचारी ही आरोपी निकले। आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी के 1 लाख 7 हजार 8सौ रुपए नगद व 35 हजार रु. के सामान बरामद किए गए है। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी चौकीदार वीरेन्द्र कोसरे 22 वर्ष पिता भेजराम कोसरे ग्राम हनोदा, सेल्समेन उमाशंकर 30 वर्ष पिता घसियाराम ग्राम आवेली थाना खैरागढ़ जिला राजनांदगांव, उसका साथी सोनू भारती 27 वर्ष पिता बिसहत भारती ग्राम हनोदा व सचिन बंजारे 27 वर्ष पिता लखन बंजारे ग्राम हनोदा का निवासी है। चोरी के बाद आरोपी अपने अय्याशी में राशि उड़ा रहे थे। जिससे पुलिस टीम को उन पर संदेह हुआ और उन्हे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने पद्मनाभपुर क्षेत्र में हुए दो चोरियों की घटना में भी हाथ होना स्वीकारा है। एक मामले में आरोपी वीरेन्द्र कोसरे व सोनू भारती से एक स्टील का डब्बा व दूसरे मामले में आरोपी वीरेन्द्र व सचिन बंजारे से 28 सौ रुपए नगद बरामद किए गए है।
चोरी के मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) रोहित झा एवं दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला ने संयुक्त रुप से बताया कि उरला देशी शराब भट्ठी में 13 मार्च को रात्रि में शराब की रकम 3,59,400 रु. को शराब दुकान का शटर तोड़कर अज्ञात आरोपी चोरी कर ले गए थे। कैश बाक्स को शराब दुकान के बाहर फेक गए थे। घटना की ए टू जेड कंपनी के सुपरवाइजर हरजिंदर सिंह केम्प-1 भिलाई निवासी द्वारा मोहन नगर पुलिस में शिकायत की गई थी। शिकायत पर पुलिस ने धारा 457 व 380 के तहत अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध जुर्म दर्ज कर मामले को विवेचना पर लिया गया था। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना मोहन नगर व सिविल टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। उरला शराब दुकान में कार्यरत सभी कर्मचारियों का बायोडाटा एकत्रित किया गया तथा उनके पीछे निगरानी टीम लगाई गई। पुलिस पूछताछ व जांच पड़ताल के दौरान सभी पुराने कर्मचारियों के जगह नये लोगों को काम पर रखने की बात सामने आई। काम से निकाले गए संदिग्ध कर्मचारियों पर पुलिस की सिविल टीम द्वारा निगरानी बढ़ाई गई। संदिग्ध वीरेन्द्र कोसरे पिता भेजराम कोसरे 22 वर्ष हनोदा के संबंध में मुखबीर से आमदनी अठन्नी खर्च रुपैय्या की कहावत चरितार्थ होने की सूचना मिली। सिविल टीम द्वारा संदेही के आर्थिक व पारिवारिक स्थिति तथा दोस्तों के संबंध में बारिकी से जांच करने पर उरला शराब भट्ठी से चोरी की घटना के पश्चात निकाले गये कर्मचारी में से सेल्समेन उमाशंकर पिता घसियाराम 30 वर्ष ग्राम आवेली थाना खैरागढ़ जिला राजनांदगांव के साथ उनके दोस्त सोनू भारती पिता विसहत भारती 27 वर्ष हनोदा, सचिन बंजारे पिता लखन बंजारे 27 वर्ष हनोदा निवासी को दैनिक रुप से मौज मस्ती में लगातार आय से ज्यादा खर्च करना पता चलने पर सभी को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की गई। सभी ने पहले अपने घर के पैसे को खर्च करना बताकर अपने आपको निरपराध साबित करने का भरपूर प्रयास किया। किन्तु चारों संदेहियों के विरोधाभास उत्तर ने उन्हे आपस में उलझा दिया। अंतत: देशी शराब दुकान उरला में चोरी करना तथा चोरी की रकम को सचिन बंजारे के घर छिपाकर रखना स्वीकारा। पुलिस की जांच शिथिल होने के एक माह तक इंतजार कर आपस में चोरी की रकम को बंटवारा करना भी कबूल किया है।

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