गृहमंत्री ने समस्या भी जानी और विकास के लिए सुझाव भी मांगे
जनसंपर्क कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर निकले गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू
दक्षिणापथ, दुर्ग। जनसंपर्क कार्यक्रम में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं जानीं एवं अधोसंरचना संबंधी आवश्यक कार्यों के संबंध में अधिकारियों को निर्देश भी दिए। श्री साहू के आज के जनसंपर्क शेड्यूल में मोहलई, कोटनी, कुथरेल, अंडा, जंजगिरी, उतई, पुरैना गांव शामिल थे। इस दौरान सबसे ज्यादा मांगे ग्रामीण अधोसंरचना से संबंधित आई। श्री साहू ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों से इन मांगों का परीक्षण कर इन पर यथाशीघ्र कार्रवाई के लिए निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अधोसंरचना से संबंधित जो मांगे आ रही हैं। उनका शीघ्रताशीघ्र परीक्षण कर इन पर कार्रवाई की जाएगी। जनसंपर्क के दौरान उनके पास पेंशन, पीएम आवास, बोर खनन संबंधित आवेदन अधिक आए। मंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल और बिजली की आपूर्ति जैसी बुनियादी सेवाओं की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने खरीफ फसल की तैयारियों के बारे में भी ग्रामीणों से पूछा। उन्होंने कहा कि किसान का संतोष शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों को फसल का समुचित मूल्य मिल सके, इसके लिए धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए किया गया है। इससे किसानों को अपनी मेहनत का बेहतर मूल्य मिल पाया है और लोग एक बार फिर से खेती की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्जमाफी के बाद अनेक किसानों ने अपनी खेती की बेहतरी के लिए काम किये हैं इन सबका लाभ निकट भविष्य में दिखने लगेगा। शासन की नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना का ग्रामीण विकास पर अच्छा असर दिखेगा। हम पशुधन की संभावनाओं का पूरा लाभ उठा पायेंगे। पूरे उत्साह से इस कार्यक्रम से जुडऩे से निश्चय ही यह कार्यक्रम ग्रामीण विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए शासन द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसका असर जमीनी स्तर पर किस तरह हो रहा है। यह फीडबैक लेने, आप सभी को इसका लाभ पहुंचाने हम लोग जनसंपर्क में निकले हैं। आपके सुझाव बेहतर कार्य करने की दिशा में हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगे।