6 साल से अपने परिवार से बिछड़ी महिला को लायनेस लता अग्रवाल इस तरह मिलाया उसके परिवार से …..किसी फिल्मी कहानी जैसी लगती है …..पर है हकीकत जिंदगी की कहानी ऐसी भी होती है …….पढ़े पूरी खबर
*लायनेस लता अग्रवाल के प्रयास से 6 साल से अपने परिवार से बिछड़ी महिला को मिला घरवापसी का मार्ग*
*लायनेस अन्नू गोयल,अरुण गोयल,अतुल अग्रवाल का रहा विशेष सहयोग*
*रायगढ़:-*
आप हम सब ने फिल्मों में किसी के खोने और बर्षो बाद मिलने की कहानियां तो देखी है।लेकीन रियल लाइफ में ऐसे घटनाएं बहुत कम ही देखने और सुनने को मिलती है।आज हम आप को जो सच्चाई बताने जा रहे है वह किसी फिल्मी कहानी से कम नही लेकिन एक ऐसी सच्चाई है जिसमे एक 55 साल की बुजुर्ग महिला को 6 साल बाद अपने बिछड़े परिवार से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।इस नेक कार्य को अमली जामा पहनाने का कार्य किया है शहर की जानी मानी समाजसेविका लता अग्रवाल और उनके सहयोगियों ने।
आज से 6 साल पहले एक महिला जिसकी उम्र वर्तमान में 55 वर्ष के आसपास है,अपने घर से निकल कर दक्षिण भारत चली गई,मानशिक हालत ठीक नही होने के कारण वह वहां किसी को अपने घर के पता के बारे में नही बता पा रही थी।घर वाले भी बहुत खोजने ढूंढने के बाद आखरी में थक हार कर बैठ गए।लेकिन एक कहावत है हिंदुस्तान में भगवान का वास है और यहां हर किसी के लिए ठिकाना है,वैसे ही चेन्नई के पास एक स्वमसेवी संस्था बेनियर और NGO की नजर इस महिला पर पड़ी और उस संस्था ने 6 साल तक इस महिला का भरण पोषण और देख रेख किया।इस बीच महिला के युवा पुत्र का भी देहांत हो गया और घर मे सिर्फ बहु और 2 बच्चियां रह गई।
यह बात धीरे धीरे शहर के समाजसेवियों लता अग्रवाल और अन्नू गुप्ता को पता चला जिसके बाद इनके द्वारा उस महिला की खोज बिन की गई और 6 साल बाद यह महिला मद्रास के एक आश्रम में मिली आज 6 बाद महिला चेन्नई के बेनियन आश्रम से अपने घर आश्रम वालो के सहयोग से पहुँची।बुजुर्ग महिला को अपने बीच पाकर गाँव बालो और परिवार वालो का खुशी देखते बनता था।बहु के आंखों से खुशी के आंसू बह रही थी और महिला भी अपने परिवार को पाकर अपने आंखों के आंसू रोक ना पाई।
इस पूरे मामले में शहर की लोकप्रिय समाजसेविका लता अग्रवाल,बेनियन संस्था की ललिता बेल्लूर,नर्मदा जयश्री,अमृता सुरेश,कविता,लायनेस अन्नू गोयल,समाजसेवी अरुण गोयल,देवकी रामधारी फाउंडेशन के चेयरमेन व रोटरी क्लब ग्रेटर के अध्यक्ष दीपक डोरा,अतुल अग्रवाल(कुचिन्डा),नरेश लुहारिवाला ,परिचय संस्था संबलपुर के विपिन बिहारी पंडा का महिला को घर पहुचाने में विशेष योगदान रहा।