♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

छत्तीसगढ़ शासन की पाठ्यपुस्तकों व प्रदाय शिक्षण चार्टों से अधूरा ज्ञान लेने पर मजबूर शासकीय स्कूलों के छात्र

दक्षिणापथ, बीजापुर। शिक्षा गुणवत्ता अभियान के नाम पर जहां शिक्षकों को प्रशिक्षण एवं करोड़ों की रकम खर्च की जा रही है। वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम (छत्तीसगढ़ शासन) द्वारा शिक्षा सत्र के प्रारंभ में हाल ही में शासकीय स्कूलों में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं के शिक्षा एवं ज्ञान के लिए दिए गए चार्टों में छात्रों को अधूरी जानकारी दी जा रही है।
दिए गए चार्ट में भारत के पड़ोसी देशों मे केवल सात ही पड़ोसी देशों- बांग्लादेश, चीन, पाकिस्तान, म्यांमार, नेपाल, भूटान, अफगानिस्तान की जानकारी दी गयी है जो स्थलीय सीमा से जुड़े हैं। जबकि वास्तव में भारत के दस पड़ोसी देश हैं। हिन्द महासागर में स्थित जलीय सीमा से जुड़े तीन(द्वीपों) पड़ोसी देशों-श्रीलंका, मालदीव व इंडोनेशिया के बारे में जानकारी नहीं दी गयी हैं। छत्तीसगढ़ शासन की कक्षा 6 वीं भूगोल पाठ्यपुस्तक में भारत के पड़ोसी देश मानचित्र में केवल नौ पड़ोसी देशों को प्रदर्शित किया गया हैं। भारत का पड़ोसी देश इंडोनेशिया मानचित्र से गायब है। ऐसे पाठ्यपुस्तकों व शिक्षण चार्टों से छात्र छात्राएं अधूरी ज्ञान लेने पर मजबूर हैं। ऐसे अधूरे जानकारी वाले चार्ट व पाठ्यपुस्तक शिक्षा गुणवत्ता को प्रभावित करने का कार्य कर रहे हैं।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close