
कोरोना महामारी में खाद, डीजल व कृषि उपकरणों के दामों में बढ़ोतरी किसानों के हितों पर कुठाराघात-वंश गोपाल जायसवाल…
छत्तीसगढ़ में किसान कांग्रेस ने खाद, कृषि उपकरणों और डीजल के दामों की बढ़ती कीमतों को लेकर 1 दिन का धरना प्रदर्शन किया।
छग किसान मोर्चा के कोरिया जिलाध्यक्ष वंशगोपाल जायसवाल ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की आमजनता का रोजगार कृषि पर आधारित है। वर्तमान में करोना वैश्विक महामारी में पुरे देश की आम जनता का अर्थव्यवास्था तहस – नहस हो गया है । ऐसी स्थिति में खरीफ फसल सीजन 2021 में रासायनिक उर्वरक के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि किसानो के हित में कुठारघात है ।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश किसान कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कांग्रेस राज्यपाल के नाम इस ज्ञापन के माध्यम ध्यान आकृष्ट करना चाहते है कि रासायनिक खाद्यो में कि गई मूल्य वृद्धि पर तत्काल रोक लगा जाये।

वंशगोपाल जायसवाल ने कहा कि रासायनिक खाद्य में विशेष कर डीएपी के दामों में प्रति बोरी 700 रू वृद्धि कर 1900 रूपये प्रति बोरी कर दिया गया है , जबकि रबि फसल सीजन 2020-21 में किसानों को प्रति बोरी 1200 की दर पर उपलब्ध करायी गई थी । किन्तु खरीफ फसल सीजन में डीएपी में ही एकाएक 58 प्रतिशत वृद्धि कर किसानो के साथ धोखा है । इस प्रकार रासायनिक खाद्य NPK के दामों में भी 565 रूपये वृद्धि कर दी गई है ।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसी स्थिति में छत्तीसगढ़ सहित देश के किसानो के सामने खेती को लेकर बहुत बड़ा संकट खड़ा हो गया है । केन्द्र सरकार से आग्रह है कि कोरोना संकट कल में किसानों को राहत देने के लिये रासायनिक उर्वरको के दामो के बेतहाशा मूल्य वृद्धि को वापस लिया जाये एवं कृषि कार्यों हेतु किसानों को सस्ता डीजल उपलब्ध करावाने कि व्यवस्था किया जाये ।