♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता थी कांग्रेस के टूल किट की पहुंच गए प्रशासन व पुलिस के नुमाइंदे ……फिर जो हुवा सो हुवा ….उमेश अग्रवाल ने दिखाए तेवर ऐसे की …..पढ़े पूरी खबर

 

रायगढ़।
बुधवार को जिला भाजपा कार्यालय में कांग्रेस के टूल किट मामले में प्रेसवार्ता का आयोजन किया था प्रेसवार्ता खत्म हो इससे पहले इसकी भनक प्रशासन को लग गई और प्रशासन की तरफ से नायब तहसीलदार पुलिस बल के साथ भाजपा कार्यलय में धावा बोल दिया। और फिर इसके बाद माहौल बदल गया। बाहर नायब तहसीलदार और पुलिस की टीम कार्रवाई के मूड में थी वही भाजपा जिला अध्यक्ष इस मामले में प्रशासन को आड़े हाथों लिया नायब तहसीलदार और उमेश अग्रवाल के बीच जमकर तीखी नोक झोक हुई पर इस दौरान नायब तहसीलदार पूरे समय नरमी बरते रखा और अंत तक बनाये गए पंचनामा की कॉपी में हस्ताक्षर कारए बिना वापस लौट गए और आगे की कार्रवाई अधिकारियों के निर्देश के बाद करना बताया।


दरअसल जिला भाजपा कार्यालय में कांग्रेस के टूल किट मामले को लेकर प्रेसवार्ता रखी गई थी । जिसमे कांग्रेस के बड़े नेताओं गिरधर गुप्ता, जगन्नाथ पाणीग्राही सहित स्थानीय स्तर के भाजपा नेताओं की उपस्थिति में प्रेस वार्ता रखी गई थी। प्रेसवार्ता में सीनियर लीडर गिरधर गुप्ता ने सबसे पहले कांग्रेस की टूल किट मामले में जमकर बरसे और कांग्रेस पर इस महामारी के दौरान ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते कहा कि कांग्रेस सोची समझी राजनीत कर मोदी को बदनाम करने की साजिश बताया। बताया किस तरह से कोरोना संक्रमित काल मे मृतकों के लाशों के साथ राजनीत कर रही है। वही जग्गनाथ पाणीग्राही ने फिर मोर्चा संभाला और कांग्रेस की टूल किट को लेकर हमलावर रहे। लेकिन इधर किसी को कानोकान खबर भी नही की बाहर लॉक डाउन और धारा 144 के उल्लंघन के मामले में भाजपा कार्यालय नायब तहसीलदार विक्रम राठौर के साथ पुलिस की टीम पहुंच चुकी थी। प्रेसवार्ता के बाद जब बाहर निकले तो बाहर का नजारा कुछ अलग था। तमाम मीडिया की निगाह पहुंची टीम पर पड़ी। तब किसी को समझते देर नहीं लगा। इधर उमेश अग्रवाल और नायब तहसीलदार के बीच कार्रवाई को लेकर झड़प होती रही उधर गिरधर गुप्ता, जगन्नाथ पाणीग्राही जैसे बड़े नेता कार्यालय से चले गए उधर उमेश अग्रवाल नायब तहसीलदार से किस नियम के तहत कार्रवाई करने पहुंचे है जानने की जिद पर अड़ गए। प्रेसवार्ता लेकर अनुमति मामले में कोई जवाब नहीं मिलने पर नायब तहसीलदार के द्वारा प्रेस वार्ता में मौजूद नेताओ की उपस्थिति में प्रेसवार्ता को लेकर पंचनामा बनाया गया और इस पर जिला अध्यक्ष के हस्ताक्षर लेने पहुंचे लेकिन उमेश अग्रवाल ने साफ मना करते हुए कहा कि आपको जो भी वैधानिक कार्रवाई करना हैं करने के लिए स्वतंत्र है आप मुझे लिखित में नोटिस भेजिए जिला भाजपा की ओर से जवाब दिया जाएगा। मामले को देखते हुए मौके पर मौजूद कुछ मीडिया कर्मी और पुलिस कर्मी के हस्ताक्षर लेकर पंचनामा की कार्रवाई पूरी की गई।
उधर उमेश अग्रवाल जिला भाजपा अध्यक्ष ये सवाल दागे की जब कांग्रेस द्वारा सांसद निवास में सांसद की गुमशुदगी को लेकर पोस्टर चपका प्रदर्शन कर रहे थे उस समय प्रशासन की टीम कहां थी। उस समय आपने कोई कार्रवाई नही किया और आज जब भाजपा प्रेसवार्ता करती है तो आप कार्रवाई करने आ जाते हो। उमेश अग्रवाल ने प्रशासन की कार्रवाई को कांग्रेस की शह पर कार्रवाई होना कहा। कुल मिलाकर भाजपा को कांग्रेस के टूल किट मामले में प्रेसवार्ता आयोजित करना उस समय मंहगा पड़ गया जब लॉक डाउन धारा 144 के उल्लंघन मामले में प्रशासन की टीम कार्रवाई करने पहुंच गई। जिसकी किसी भी भाजपा नेताओं को उम्मीद नहीं थी।
अब आगे इस मामले में देखना है कि अगला ऊंट किस करवट बैठता है। उधर कांग्रेस ने भाजपा के कथित टूल किट को फर्जी करार देते हुए मोर्चा खोल दिया है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close