कोविड सेंटरों में काली पट्टी लगाकर सेवा दे रहे अस्थायी कर्मचारी ….ये है उनकी मांगें …..बिना किसी परवाह के निःस्वार्थ सेवा में हैं लगे …..पढ़े पूरी खबर
रायगढ़. कोरोना सेंटर में कार्यरत अस्थायी कर्मचारियों ने सरकार के प्रति आक्रोश है। यहीं वजह है कि वे इन दिनों काली पट्टी लगाकर सेवा दे रहे हैं। उन्होंने नियमितिकरण की पांच सूत्रीय मांग कलेक्टर के द्वारा राज्यपाल को भेजी है। राज्यपाल को भेजे गए ज्ञापन में बताया गया है कि कोरोना काल के विषम समय में उन्हें तीन माह के लिए अस्थायी कर्मचारी के रूप में भर्ती किया गया था। तब से वे अपनी जान जोखिम में डाल कर कोरोना मरीजों की सेवा कर रहे हैं। सरकार को अस्थायी कर्मचारियों की इसलिए जरुरत पड़ी कि मौजूदा समय में स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या कम है। इस कमी को भविष्य में पूर्ति किया जाना है।
ऐसे में उन्होंने मांग कि है कि उनकी सेवा को नियमित रखा जाए। वहीं दूसरी मांग में कहा गया है कि यदि वे या उनके परिवार के कोई भी सदस्य कोरोना पॉजिटिव होते हैं तो उनका उपचार सरकार के द्वारा नि:शुल्क किया जाए। अस्थायी कर्मचारी की कोरोना से मौत होने पर परिजनों को ५० लाख मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। वहीं कोरोना ड्यूटी करने के बाद क्वारेंटीन के लिए अवकाश दिया जाए। साथ ही अस्थायी कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि किए जाने की मांग की है। यह मांग पूरी नहीं होने तक वे काली पट्टी लगाकर कार्य करते रहेंगे।