कलेक्टर ने दिखाई संवेदशीलता रात को अधिकारी को भेज जाना फूलसाय पण्डो का हाल..
1 August 2019
कलेक्टर ने दिखाई संवेदशीलता रात को अधिकारी को भेज जाना फूलसाय पण्डो का हाल..
पेज-11 ने प्रमुखता से किया था खबर का प्रकाशन
एसडीएम ने मौके का जायजा ले कर कलेक्टर को सौंपा प्रतिवेदन
अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले के कलेक्टर डोमन सिंह सहृदयता और संवेदनशीलता के लिए जाने जाते हैं। कोरिया जिले का पदभार ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने निराश्रित व भिक्षुक प्रवत्ति ऐसे लोग जिनके सर के ऊपर आशियाना नहीं है और इस तरह के लोग खुले में बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन में अपनी रात गुजारते हैं की सुध लेने के लिए एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार इत्यादि की एक टीम बनाकर इनके रहने का इंतजाम किया।
पेज-11 ने बुधवार को जब बैकुंठपुर के बिशुनपुर पर स्थित बनखेता पारा के फूलसाय पण्डो का पेड़ पर लगी झोपड़ी तोड़ने और उसके द्वारा भाई के पीएम आवास में न रहने औऱ स्वयं के लिए प्रशासन से मकान की मांग किए जाने सम्बंधित खबर लगायी तो जिले के संवेदनशील कलेक्टर डोमन सिंह ने सुबह एसडीएम और जनपद सीईओ की एक टीम को बनखेता पारा भेजा व रात को ही अपने मातहत अधिकारी को भेज फूलसाय पण्डो की स्थिति का जायजा लिया तो पता चला कि फूलसाय अपने भाई के घर चैन से सो रहा है। तब प्रशासन ने भी चैन की सांस ली।
वहीं एसडीएम पीव्ही खेस ने कलेक्टर को सौंपे अपने प्रतिवेदन में बताया कि फूलसाय पण्डो ग्राम बिशुनपुर में अपने भाई समयलाल के साथ ससुराल के द्वारा दी गई भूमि पर एसबेस्टस सीट युक्त पक्के मकान में निवास करता है। विगत 15 दिवस पूर्व उसने शराब पीकर अपने भाई से गाली-गलौज करके महुआ के पेड पर छावनी बनाकर रहने लगा। भाई समयलाल के द्वारा कई बार घर ले जाने की कोशिश की गई मगर फूलसाय घर नहीं गया। फूलसाय को प्रतिमाह छत्तीगढ राज्य ग्रामीण बैंक के उनके खाते में पेंशन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन दिया जा रहा है। फूलसाय का आधार कार्ड भी बना हुआ है। जल संसाधन विभाग द्वारा मार्च 1979 में डुबान क्षेत्र में आने वाले व्यक्तियों की मुआवजा सूची में फूलसाय के दादा गंगा राम का नाम शामिल नहीं है और उनको प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत नहीं है। परंतु उनके भाई समय लाल को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत है। एसडीएम बैकुण्ठपुर द्वारा फूलसाय पण्डो को समझाकर उनके घर वापसी करा पेड़ पर बने छावनी को भी हटवा दिया गया है।
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