
डेंगू का बढ़ता प्रकोप तब बहुत याद आने लगे जननेता रोशनलाल अग्रवाल…….किस तरह खड़े होकर मुख्य समस्या पर पूरी जिम्मेदारी के साथ काम कराना … साफ-सफाई, दवा छिड़काव की व्यवस्था को याद कर रहे …..इन्होंने लगाया आरोप कहा नहीं हैं गंभीर ….पढ़ें पूरी खबर
*डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर जनप्रतिनिधि और अधिकारी नहीं है गंभीर – संजय पल्लू बेरीवाल* *जननेता रोशनलाल के कार्यकाल में साफ-सफाई, दवा छिड़काव की व्यवस्था को याद कर रहे शहरवासी*

रायगढ़।
रोजाना अखबार के माध्यम से डेंगू का रायगढ़ शहर में बढ़ता प्रकोप शहर वासियों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। डेंगू महामारी की इस गंभीर समस्या को लेकर रायगढ़ के जनप्रतिनिधि एवं जिम्मेदार अधिकारी वर्ग ने लगता है अघोषित चुप्पी साध ली हैं। केवल कागजों में ही साफ-सफाई, दवा छिड़काव, मच्छर भगाने वाली फागिंग मशीन का प्रयोग होता दिख रहा है। धरातल में तो कुछ नजर नहीं आ रहा है। कभी भूले भटके शहर के मुख्य मार्गो में फॉगिंग मशीन धुँआ उड़ाते दवा छिड़काव करते दिख जाए तो वहाँ के रहवासी अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं।

वही आज रायगढ़ की जनता पूर्व विधायक जननेता स्वर्गीय रोशनलाल अग्रवाल के कार्यकाल को याद कर रही है और यह आम चर्चा है कि रोजाना सुबह अपनी टीम को लेकर नगर निगम के कर्मचारियों के साथ हर गली मोहल्ला में युद्ध स्तर पर स्वयं खड़े होकर छोटी नालियों से लेकर बड़े नालो तक को सफाई करवाते थे। जिससे कि शहरवासियों को मच्छरों और डेंगू की बीमारी का प्रकोप का सामना कम से कम करना पड़े, इसके लिए उन्होंने युद्ध स्तर में प्रयास किया। रोशनलाल ने सफाई के साथ ही साथ दवा छिड़काव लिक्विड स्प्रे और पावडर, फागिंग मशीन का हर गली मोहल्लों में भरपूर उपयोग करवाया। जिसको आज रायगढ़ क्षेत्र के निवासी देखने को तरस रहे हैं और दिन पर दिन शहर के बाहर और अंदर मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।

डेंगू महामारी जैसे गंम्भीर विषय को लेकर भाजपा के पूर्व महामंत्री संजय पल्लू बेरीवाल ने विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि नगर निगम को समय रहते इस ओर प्राथमिकता एवं गंभीरता से कदम उठाते हुए पूरे शहर की साफ सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करवाते हुए प्रत्येक वार्ड की हर छोटी से बड़ी गलियों में दवा छिड़काव , नालियों की साफ सफाई एवं फागिंग मशीन का उपयोग होते रहना चाहिए अगर इनके ढुलमुल रवैये से डेंगू जैसी खतरनाक महामारी फैलती है तो इसके लिए सीधे-सीधे शहर सरकार जिम्मेदार होगी। शहर के जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारि समय रहते हुए सावधान हो जाये और यह जान ले कि जब तक आप धरातल पर स्वयं उतरेंगे नहीं तब तक डेंगू के प्रकोप से शहरवासी अपने आप को सुरक्षित महसूस नही करेंगे।




