सुव्यवस्थित शहर विकास के लिए मास्टर प्लान बनाए जाने की मांग… कांग्रेस नेता शोएब अख्तर ने लिखा पत्र…
सुव्यवस्थित शहर विकास के लिए मास्टर प्लान बनाए जाने की मांग
कांग्रेस नेता शोएब अख्तर ने लिखा पत्र

अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले की काले हीरे की नगरी आज अंधेरे की गर्त में समाया जा रही है, बिना किसी ठोस कार्ययोजना के अभाव में यहाॅ के नागरिक बुनियादी सुविधाओ की बाट जोह रहे है उक्त बातो का उल्लेख करते हुए कांग्रेस के युवा नेता शोएब अख्तर ने नगर पालिक निगम चिरमिरी आयुक्त को पत्र प्रेषित कर शहर के सुव्यवस्थित विकास हेतु मास्टर प्लान बनाये जाने कि मांग की है।
गौरतलब होगा कि चिरमिरी क्षेत्र में लगभग 90 वर्षो से कोयला उत्खनन का कार्य निरंतर जारी रहा है 1973 मेें राष्ट्रीयकरण के बाद भारत सरकार के उपक्रम कोल इंडिया द्वारा किया जा रहा है। किन्तु शासन द्वारा इस क्षेत्र के विकास की योजना मास्टर प्लान आज तक नही बनाया गया जिसके दुष्परिणाम स्वरूप उन्होने पत्र में जानकारी देते हुये कि इतने लम्बे समय के बाद भी सुव्यवस्थित विकास नही हो पाया है दिन प्रतिदिन कोयला खान क्षेत्रों का विस्तार होता रहा है, देश के विभिन्न भागों से रोजगार हेतु आये हुए लोगों की संख्या में दिनों दिन वृद्धि होती रही किन्तु इसके विपरित यहाॅ के लोगो को मकानों की कमी का अनुभव होता रहा, कोयला खान में काम करने वाले अधिकारी एंव श्रमिको के लिए समुचित आवासीय व्यवस्था नही रही है परिणाम स्वरूप इनके पास अपना घर नही रहा अतः अब वे वनविभाग, एसईएसीएल क्षेत्र एवं राजस्व भूमि पर झुग्गी झोपड़ी एंव गंदी बस्तियो में लगातार अतिक्रमण कर अपने सर छुपाने की जगह तलाशते रहे है। जिसके कारण कोयला नगरी एक अव्यवस्थित शहर के रूप में बसाहट होती रही तथा योजनाबद्ध तरीके से बसावट न होने के कारण हमारे चिरमिरी का वातावरण सदैव दूषित होता रहा है।
अब नगरपालिका निगम चिरमिरी एवं एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र सुव्यवस्थित विकास के लिए बृहद विकास योजना तैयार कर राज्य शासन को प्रेषित करे ताकि अपने अस्तित्व के लिए संर्घषरत चिरमिरी की घटती आबादी और पलायन को रोककर स्थायीत्व प्रदान किया जा सके।