करोड़ो रूपये का राजस्व देने वाले चिरमिरी रेलवे स्टेशन जी रहा अनाथों की जिंदगी… न रेलवे..न जनप्रतिनिधियों को है कोई चिंता… यात्रियों को हो रही परेशानी…
ध्रुव द्विवेदी
कोयलांचल क्षेत्र चिरमिरी में रेलवे प्लेटफार्म में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर यहां के लोगों ने कई बार रेलवे के उच्चाधिकारियों का जनप्रतिनिधियों का ध्यानाकर्षण कराया ।लेकिन दुर्भाग्य का विषय है कि लंबा समय बीत जाने के बाद भी क्षेत्र को सुविधाएं नहीं मिल पाई जिनकी क्षेत्र के लोगों को काफी जरूरत है। हैरत वाली बात तो यह है कि चिरमिरी की प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने की दिशा में ध्यान नहीं दिया गया यही वजह है कि लगभग 4 बोगियों के यात्रियों को सीधे रेल बातों के बीच चढ़ना उतरना पड़ता है । इससे उन्हें होने वाली असुविधा का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
मनेंद्रगढ़ विधानसभा के अंतर्गत आने वाले चिरमिरी में रहने वाले लोग रेलवे सुविधाओं से कोसों दूर है ।यहां जो प्लेटफार्म बनाया गया है उसकी लंबाई काफी कम है। इसके चलते यात्रियों को जान जोखिम में डाल कर रेल की पटरियों के बीच चढ़ना-उतरना पड़ता है ।
सभी जानते हैं कि ऊर्जा के रूप में चिरमिरी क्षेत्र में लगभग 7 दशकों से भी ज्यादा समय से कोयले का उत्खनन व परिवहन किया जा रहा है। चिरमिरी से रेल मंत्रालय को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए की आय होती है , लेकिन इतना राजस्व देने के बाद भी क्षेत्र के लोग रेल सुविधाओं से वंचित हैं ।
रेलवे स्टेशन में जहां प्लेटफार्म की लंबाई कम है वहीं स्टेशन में पर्याप्त मात्रा में शेड ना होने कारण यात्री परेशान होते रहते हैं। रेलवे स्टेशन में पर्याप्त मात्रा में प्रकाश की व्यवस्था ना होने कारण भी स्टेशन के दोनों किनारों पर अंधेरा छाया रहता है । स्टेशन में यात्रियों के बैठने के लिए सीमेंट की जो कुर्सियां लगाई गई हैं वो भी बाबा आदम के जमाने की हैं और रेलवे के विकास की गाथा कह रहीं हैं।
ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि जिस क्षेत्र से प्रतिवर्ष रेलवे को करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होता है उस क्षेत्र के विकास की दिशा में रेलवे द्वारा आज तक कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया। ऐसा नहीं है कि इन समस्याओं के निराकरण के लिए क्षेत्र के लोगों ने रेल प्रबंधन का ध्यानाकर्षण नहीं कराया, लेकिन रेलवे प्रबंधन ने क्षेत्र की जो अनदेखी की वह किसी से छिपी नहीं है। जना अपेक्षा है कि क्षेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि एक बार फिर से इस मुद्दे पर रेल प्रबंधन का ध्यानाकर्षण कराएंगे जिससे क्षेत्र के हजारों नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं तो मिल सकें।