डीजल डलवा कर बिना पैसे दिए पेट्रोल पंप से बोलेरो लेकर भागे..मालूम नही था पंप है किसका…पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में जब पकड़ा..तो सच्चाई जान वह भी रह गयी हैरान…
बोलेरो निकली चोरी की..एक महिला सहित 5 पकड़ाए...
अनूप बड़ेरिया
फिल्मी स्टाइल में पेट्रोल पंप से डीजल डलवा कर बिना पैसे दिए बोलेरो लेकर भाग रहे आरोपियों को कोरिया की सक्रिय पुलिस ने उसी अंदाज में धर दबोचा।
दरअसल हुआ यह की आज पुलिस को दोपहर यह सूचना मिली कि शुक्ला पेट्रोल पंप खांडा से बोलेरो क्रमांक सीजी 04 एचएस 3545 में कुछ लोग सवार होकर डीजल डलवा कर बिना पैसे दिए पटना की ओर भाग रहे हैं। जिसके बाद पटना थाना प्रभारी सत्य प्रकाश तिवारी ने अपने स्टाफ के साथ नाकाबंदी करते हुए बोलेरो को रोकने का प्रयास किया। लेकिन बोलेरो चालक ने थाना पटना के पास शासकीय वाहन सीजी 03 5811 को ठोकर मार कर पुनः बैकुंठपुर की ओर भागने लगा। इसके बाद थाना प्रभारी सत्यप्रकाश तिवारी ने फिल्मी अंदाज में बोलेरो का पीछा कर उसे ग्राम मोहरा के पास रोका। वाहन में चालक सहित 6 युवक एवं एक महिला सवार थे जो पुलिस को देख बोलोरो से उतरकर भागने लगे। उन्हे पुलिस ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया।
थाने लाकर पूछताछ करने पर आरोपियों ने बोलेरो को 27 फरवरी की रात्रि लगभग 12:00 बजे शिवधारी कॉलोनी अम्बिकापुर से चोरी करना बताएं आरोपी बोलेरो को बेचने मध्य प्रदेश के सागर गए थे लेकिन वहां गाड़ी नहीं बिकने की वजह से वह लोग बैकुंठपुर के आसपास ग्राहक की तलाश कर रहे थे वाहन में डीजल नहीं होने की वजह से शुक्ला पेट्रोल पंप में डीजल डलवाया और बिना पैसे दिए भाग रहे थे।
आरोपियों को यदि तनिक भी अंदाजा होता यह पेट्रोल पंप किसका है तो शायद वह इतनी बड़ी गलती कभी नहीं करते।
बाहर पुलिस ने आरोपी जयदीप उर्फ गोलू उपाध्याय निवासी अम्बिकापुर, प्रवीण लकड़ा सीतापुर, संस्कार पांडेय निवासी जेजे हॉस्पिटल के सामने अम्बिकापुर, सन्तोष कुजूर बतौली, कुंदन गुप्ता अम्बिकापुर को भादवि की धारा 41 (1-4), 379, 34 के अंतर्गत गिरफ्तार कर उनकेेेेे पास से बोलेरो और 3 नग मोबाइल फोन जप्त किया गया है। आरोपियों के खिलाफ अम्बिकापुर एवं गांधीनगर थाने में लूट, आर्म्स एक्ट के भी कई प्रकरण दर्ज होने की जानकारी मिली है।
वहीं एक अन्य महिला सुमन अंसारी नवागढ़ अम्बिकापुर को बैकुंठपुर सखी सेंटर भेजा गया है।
इस पूरे मामले में पटना पुलिस की ओर से सहायक उपनिरीक्षक जयदेव कुशवाहा, प्रधान आरक्षक अजय बघेल, आरक्षक अजय पोया, हुकुम, मनोज पांडेय, राजेश, राजेश्वर और भुवनेश्वर की भूमिका सराहनीय रही है।