नेता पहुंचे.. कलेक्टर पहुंचे..लेकिन नही पहुंची तो वो है बिजली..पानी.. सड़क..हेडक्वार्टर से महज 15 किमी दूर बारबाँध..4G और 5G के जमाने मे…रो रहा अपनी दुदर्शा पर…
आजादी के 7 दशक बाद भी पहुंचविहीन है यह गांव...जपं अध्यक्ष पहुंची श्रीराम सेना की टीम के साथ..
अनूप बड़ेरिया
इस गांव में न बिजली है..न पानी की सुविधा.. और न ही आवागमन के किए सड़क…सुन कर हैरत होगी..लेकिन यही सच्चाई है..कोरिया जिले के हेडक्वार्टर बैकुंठपुर से महज 14 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत जगतपुर के ग्राम बारबाँध की…आजादी के बाद 2019 में कांग्रेस विधायक श्रीमती अम्बिका सिंहदेव व तात्कालीन कलेक्टर नरेन्द्र दुग्गा इस बारबाँध गांव में पहुंचे थे। इन हुक्मरानों ने ग्रामीणों को सड़क और पेयजल की व्यवस्था शीघ्र देने का आश्वासन दिया..लेकिन वादे हैं वादों का क्या…चुनाव में ही नेताओ को बारबाँध की याद आती है..लेकिन वोट डलते ही सब स्मृतिशेष हो जाता है। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि आज तक यहां एक भी हैंडपंप नही है जिससे यहां के ग्रामीण ढोड़ी का पानी पीने को मजबूर हैं। इसके अलावा इस ग्राम में आने के किए सड़क नही होने से लगभग 4 किमी पैदल यात्रा करनी पड़ती है। कुल मिला कर टापूनुमा यह गाँव विकास से इतना कोसो दूर है कि यहां के लोगो को न इंदिरा आवास मिला और न ही पीएम आवास मिल सका है। इनको विकास के नाम पर एक उचित मूल्य की दुकान का झुनझुना पकड़ा दिया गया है।
कुल मिला कर 4G और 5G के इस जमाने मे यहाँ के लोग आज भी बिजली किस चिड़िया का नाम है नही जानते…
इस टापू में पहुंची जपं अध्यक्ष सौभाग्यवती और श्रीराम सेना की टीम:-
बरसात के दिनों में जिला मुख्यालय से लगभग कट सा जाने वाला इस गांव में बीते दिवस नवनिर्वाचित जनपद पंचायत की अध्यक्ष सौभाग्यवती सिंह कुसरो श्रीराम सेना की टीम के साथ पहुंच कर गांव वालों से मिलकर उनकी समस्याओं की जानकारी ली। यहां श्रीराम सेना प्रमुख संजय अग्रवाल ने यहां अपनी टीम का गठन किया।