अब दूसरे प्रदेशों से गाड़ियों व बसों के छत्तीसगढ़ में आने पर बैन… चीफ सिकरेट्री ने 7 राज्यों के मुख्य सचिव को लिखा पत्र…. तत्काल बसों और गाड़ियों को रोकने को कहा…
राज्य सरकार ने कोरोना के मद्देनजर एक और बड़ा कदम उठाया है। अपने राज्यों में बस सेवा को रोकने के बाद अब राज्य सरकार ने दूसरे प्रदेशों से आने वाली बसों और अन्य गाड़ियों को छत्तीसगढ़ में घुसने पर बैन कर दिया है। इस बाबत चीफ सिकरेट्री आरपी मंडल ने मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उड़ीसा, उत्तप्रदेश, झारखंड और आंध्रप्रदेश के चीफ सिकरेट्री को पत्र लिया लिखा है।
दरअसल अंतर्राज्यीय बस सेवा को राज्य सरकार ने काफी पहले ही बंद कर दिया था। राज्य सरकार ने ये कदम कोरोना के मद्देनजर इसलिए उठाया था, ताकि कोरोना का संक्रमण ना प्रदेश में आये और ना प्रदेश से बाहर फैले, लेकिन पड़ोसी राज्यों की सरकार ने अपने बसों को छत्तीसगढ़ में भेजना जारी रखा है, लिहाजा छत्तीसगढ़ के अंतर्राज्यीय बसों को रोकने का प्रतिबंध बेअसर हो गया, लिहाजा अब मुख्य सचिव आरपी मंडल ने एक पत्र जारी कर अंतर्राज्यीय बस सेवा को रोकने का आग्रह किया है।
उन्होंने पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं के सीमित साधन हैं, ऐसे में दूसरे प्रदेशों से लोगों की आवाजाही के बाद ना सिर्फ संक्रमण का खतरा है, बल्कि बल्कि उसकी संख्या में इजाफा होना तय है। ऐसे में तत्काल बस सेवा पर रोक लगाने को कहा गया है। सभी पड़ोसी से मुख्य सचिव ने 31 मार्च तक बसों और अन्य गाड़ियों को रोकने को कहा है।