
पूर्व सिंचाई मंत्री और रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक के पिता डॉ शक्राजीत नायक का निधन सरकारी नौकरी छोड़ राजनीति में रम गए डॉक्टर नायक जनता के बीच एक अलग पहचान बना कर भाजपा व कांग्रेस की रियासत में बादशाह बनकर उभरे*।
रायगढ़-/-प्रदेश के पूर्व सिंचाई मंत्री और डॉक्टर शक्रा जीत नायक का शनिवार सुबह निधन हो गया उन्होंने राजधानी रायपुर के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली डॉक्टर नायक के निधन की खबर से पूरे प्रदेश और रायगढ़ जिले में शोक की लहर है बता दें कि डॉ नायक कि पिछले कुछ सालों से तबीयत खराब चल रही थी लगातार उनका उपचार चल रहा था बीते दिनों में भी उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हुई तो पहले रायगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया इसके बाद उन्हें राजधानी रायपुर रेफर कर दिया गया था डॉक्टरों की विशेष निगरानी में उनका इलाज चल रहा था ।बावजूद इसके इन्हें बचाया नहीं जा सका डॉक्टर नायक के निधन से रायगढ़ जिले में राजनीति का एक और किला न सिर्फ ढह गया बल्कि एक राजनीतिक युग का अंत हो गया। *सरकारी नौकरी छोड़ राजनीति में रम गए डॉक्टर नायक*। छत्तीसगढ़ में बड़ी सरकारी नौकरियां छोड़ सियासत में भाग्य आजमाने वाले नेताओं की संख्या तो काफी है साथ ही ऐसे नेता भी बहुत हैं जो खुद को अपनी अपनी पार्टी में स्थापित की और जनता के बीच एक अलग पहचान बना कर रियासत के बादशाह बनकर उभरे इनमें पूर्व सिंचाई मंत्री डॉ शक्रा जीत नायक भी शामिल रहे,आपको बताते चलें कि भाजपा व कांग्रेस की रियासत में अपना लोहा मनवा चुके डॉक्टर नायक का अतीत का पन्ना भी सरकारी नौकरी के साथ जुड़ा हुआ है वे 1969 नागपुर विश्वविद्यालय में प्राणी शास्त्र के प्राध्यापक थे 1978 में छत्तीसगढ़ आ गए और कृषि व सामाजिक कार्य में शामिल हो गए 1980 में उन्होंने भाजपा प्रवेश किया वह जनता पार्टी रायगढ़ जिले के महामंत्री बने वह दो बार पार्टी से जिला अध्यक्ष रहे 1990 में पहली बार हुए विधायक बने जिसके बाद कई बार हुए रायगढ़ कि सीट पर विधायक चुने गए साल 2001 में उन्होंने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया और जोगी सरकार में वे जल संसाधन विभाग के राज्य मंत्री बन गए।डॉ शक्राजीत नायक रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक के पिता थे।