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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका के मांगों का ट्रेड यूनियन काउंसिल ने किया समर्थन ….. हड़ताल का असर आंगनबाड़ी के काम पर …. बच्चों और गर्भवती माताओं को नहीं मिल पा रहा योजनाओं का लाभ…

 

रायगढ़ ।

ट्रेड यूनियन काउंसिल के उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायक संघ के आह्वान पर प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका 6 सूत्री मांगों को लेकर दिनांक 23 जनवरी से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है।

ट्रेड यूनियन काउंसिल रायगढ़ अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन करता है। हड़ताल का असर छोटे बच्चों और गर्भवती माताओं पर व्यापक रूप से पड़ है बावजूद इसके छत्तीसगढ़ सरकार कुंभकरणी नींद सो रही है। ट्रेड यूनियन काउंसिल रायगढ़ के अध्यक्ष गणेश कछवाहा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर याद दिला है की वर्ष 2018 में कांग्रेस जन घोषणा पत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका के लिए आपने वादा किया था कि हमारी सरकार आएगी तो हम आपके मांगों को पूरा करेंगे लेकिन सरकार के 4 साल पूरे हो गये हैं सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका के मांगों को पूरा नहीं कर सकी है बल्कि अनिश्चित कालीन हड़ताल के 18 दिन हो गए हैं।

इनके पदाधिकारियों से सरकार संवाद तक नहीं कर रहीं है लोकतंत्र में यह स्थिति अच्छी नहीं है। यह सर्वविदित है की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका राज्य सरकार के केंद्र सरकार के योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वयन करने का कार्य करते हैं। बावजूद इनके जायज मांगों का भी निराकरण नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है। ट्रेड यूनियन काउंसिल के अध्यक्ष गणेश कछवाहा उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह सचिव श्याम जयसवाल कोषाध्यक्ष सुनील मेघमाला सहित साथी अगस्तुस एक्का साथी प्रवीण तंबोली साथी विष्णु यादव साथी रवि गुप्ता साथी वेद प्रकाश अजगले साथी रतीदास महंत साथी खेम निधि नायक साथी अरविंद पटेल साथी आईसी मालाकार साथी संजीव सेठी साथी एलबीएस जाटवर साथी सुखदेव सिदार साथी शशि भूषण सिंह साथी खगेश पटेल साथी तापस राय साथी रविंद्र चौबे साथी अरुण मिश्रा साथी रवि पांडे साथी गोपाल नायक साथी महादेव अग्रवाल साथी कन्हैया पटेल साथी मोहम्मद शमीम साथी डीके सिंह आदि ने कहा कि सरकार को गतिरोध दूर करते हुए छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के पदाधिकारियों से चर्चा करना चाहिए और मांगों को स्वीकार कर समुचित आदेश जारी करना चाहिए।

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