
आरक्षक हमारे पुलिस विभाग की नींव::IG गर्ग..146 नव आरक्षकों ने कर्तव्य निष्ठा की शपथ ली..
अनूप बड़ेरिया
आज पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मैनपाट के नवम् दीक्षांत परेड समारोह पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अंकित गर्ग के गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।
राज्य के विभिन्न जिलों से आए कुल 146 नव आरक्षकों ने प्रशिक्षण हेतु शामिल हुए। उक्त नौजवानों द्वार दीक्षांत परेड में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर मुख्य आतिथ्य को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके पश्चात पुलिस अधीक्षक पी.टी.एस मैनपाट राज कुमार मिंज द्वारा मुख्य आतिथ्य आईजी सरगुजा रेंज का आभार व्यक्त करते हुए दीक्षांत परेड समारोह में शामिल नौजवानों के प्रतिभाओं के बारे में सामान्य जानकारी से अवगत कराते हुए नव आरक्षकों को कर्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाये।
आरक्षक हमारे पुलिस विभाग की नींव
पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज द्वारा अपने उद्बबोधन में नौजवानों का उत्साहवर्धन करते हुए बोले कि आज का दिन हमारे नौजवानों के लिए बहुत ही हर्ष का दिन है जिन्होंने पुलिस विभाग का एक अनिवार्य व महत्वपूर्ण पद को
मेहनत एवं लगन से अनुशासित रहकर निर्धारित प्रशिक्षण को हासिल करने में सफलता प्राप्त किया है।आरक्षक हमारे पुलिस विभाग की नींव का पत्थर होते हैं। जो समूचे बल का लगभग 70 प्रतिशत है। जनमानस में पुलिस का प्रथम प्रतिनिधि आरक्षक होता है,जो लगातार आमजनता के संपर्क में रहता है और किसी भी घटना व अप्रत्याशित स्थिति के समय अक्सर सर्वप्रथम मौके पर वही पहुंचते हैं। उनके द्वारा किए गए कार्य एवं आचरण से ही आमजन में पुलिस की छवि निर्मित होती है, इसलिए आप सभी के ऊपर एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है जिसका निर्वहन आप जैसे नौजवान हमेशा से सफलतापूर्वक करते आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य को नक्सल मुक्त करने में पुलिस जवानों की महती भूमिका
हमारे छत्तीसगढ़ राज्य में पुलिस के लिए एक गंभीर समस्या नक्सल हिंसा की है। जिसमें हमारे आरक्षकगणों की सबसे महती भूमिका है। सुदूर क्षेत्रों में सूचनाएं संकलित कर बड़े-बड़े अभियानों को हमारे जवानों के अनुवाई एवं सहयोग से अंजाम दिया जाता रहा है। नक्सल अभियान में आरक्षण गणों द्वारा बहादुरी से अपने कर्तव्यों को निर्वहन करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान तक दिया गया है जो हम सब के लिए गर्व की बात है।
बुनियादी प्रशिक्षण के मुख्य तीन आयाम पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में प्रशिक्षकगणों द्वारा जवानों को मुख्य रूप से ट्रेंड किया जाता है। पहला शारीरिक क्षमता का विकसित करना, दूसरा कानून का ज्ञान एवं तीसरा विभिन्न हथियारों का ज्ञान एवं संचालन कराने हेतु योग्य बनाया जाता है जो पुलिस विभाग में कार्यरत रहने वाले सभी जवानों को पूरे सर्विस काल तक काम आता है। आप सभी ने प्रशिक्षण के दौरान विवेक और अंतः दृष्टि से जो ज्ञान अर्जित किया है तथा अपने कड़ी मेहनत दृढ़ इच्छा एवं प्रतिबद्धता के साथ इस मुकाम को हासिल किये है। किसी भी क्षेत्र में कोई भी चुनौती आने पर आसानी से हल करने में सफल होंगे। पीटीएस में प्रशिक्षकगणों द्वारा सिखलाए गए आयाम को आप सब अच्छी तरह निर्वहन करने में सफल होंगे। परित्राणाय् साधुनाम जो पुलिस का आदर्श वाक्य है इसे चरितार्थ करना आप सबका मूल कर्तव्य है।
उद्बबोधन की अगली कड़ी में रेंज आईजी द्वारा कहा गया कि आज के इस महत्वपूर्ण बेला में उपस्थित सभी नौजवानों के माता पिता को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं जिन्होंने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना कर अपनी खुशियों का त्याग कर सर्वोच्च शिक्षा दिलाया जो आप सब इस मुकाम को हासिल करने में सफल हुए। साथ ही पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मैनपाट के पुलिस अधीक्षक सहित समस्त प्रशिक्षकगणों की सराहना करता हूं जिनके कुशल प्रयास से इंडोर एवं आउटडोर की कक्षा में अपना सर्वस्स अनुभव का ज्ञान देते हुए आप सभी को बुनियादी प्रशिक्षण के मूल आयाम को समझाने एवं जवानों को बेहतर समाज के निर्माण करने के लिए सशक्त बनाया।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जवानों को रेंज आईजी द्वारा किया गया पुरस्कृत
बुनियादी प्रशिक्षण के दौरान आउटडोर व इनडोर ज्ञान के साथ साथ दीक्षांत परेड समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नौजवानों को उत्साहवर्धन हेतु मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया।
दीक्षांत परेड समारोह कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक सरगुजा विजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक सूरजपुर एम.आर.आहिरे, पुलिस अधीक्षक कोरिया सूरज सिंह परिहार, 10वी वाहनी छसबल कमांडेंट विजय कुजूर, जिले के राजपत्रित अधिकारी एवं अन्य विभाग के अधिकारी, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं नौजवानों के अभिभावक सहित पीटीएस के समस्त प्रशिक्षकगण व अधिकारी /कर्मचारी उपस्थित रहे।
नवनिर्मित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हाल का उद्घाटन
दीक्षांत परेड समारोह पश्चात पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय के नवनिर्मित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हाल का उद्घाटन रेंज आईजी के कर कमलों द्वारा किया गया।