टीएस सिंहदेव के एक ट्वीट ने इस राज्य के बचा दिए करोड़ों रुपए…
छत्तीसगढ़ सरकार ने आधी कीमत पर खरीदे टेस्ट किट
दरअसल, सीएम वाई एस जगन मोहन रेड्डी को छत्तीसगढ़ की तुलना में महंगे दामों पर किट खरीदने के चलते विपक्ष के आरोपों का सामना करना पड़ा है। इसका खुलासा तब हुआ जब छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने सबसे कम दमों में दक्षिण कोरिया से कोरोना टेस्ट किट खरीदें हैं जिसकी कीमत आंध्रप्रदेश द्वारा खरीदी गई किट के लगभग आधी है। स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के इस ट्वीट के बाद अब आंध्रप्रदेश ने कोरियाई कंपनी से कीमतों में मिलान करने को कहा है।
स्वास्थ्य मंत्री के ट्वीट से बचेंगे करोड़ों रुपए
दरअसल, हुआ ये कि छत्तीसगढ़ दवा निगम 337 रुपए प्रति दर से दक्षिण कोरिया की कंपनी एसडी बायोसेंसर से एंटीबाडी रैपिड टेस्ट किट खरीद रहा है, जबकि आंध्रप्रदेश ने 7 अप्रैल को इसी कंपनी की बनी किट संडोर बायोनेडिक्स नाम के डिस्ट्रिब्यूटर के जरिए 730 रुपए में खरीदने का ऑर्डर दिया था। कीमतों में इतने बड़े अंतर को लेकर सीएम जगन मोहन रेड्डी को समूचे विपक्ष का हमला झेलना पड़ा था।
आंध्रप्रदेश 2 लाख किट के लिए दिए 146 मिलियन रुपए
हालांकि, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के ट्वीट के बाद अब आंध्रप्रदेश सरकार हरकत में आई है जिसके बाद अगर कंपनी कम कीमत पर टेस्ट किट देने को तैयार हो जाती है तो प्रदेश सरकार 78 करोड़ रुपये की बचत कर सकती है। 7 अप्रैल को दिए ऑर्डर में आंध्रप्रदेश सरकार ने कोरियाई कंपनी से दो लाख रैपिड टेस्ट किट की आपूर्ती के लिए जीएसटी को छोड़कर 730 रुपये प्रति किट का भुगतान तय किया था। 2 लाख किट की कुल कीमत करीब 146 मिलियन रुपए होती है।
1 लाख किटों की पहली खेप भी पहुंची आंध्रप्रदेश
आंध्रप्रदेश सरकार द्वारा ऑर्डर दिए गए टेस्टिंग किट के एक लाख किटों की पहली खेप शुक्रवार को एक विशेष एयर इंडिया विमान के माध्यम से राज्य सरकार के पास पहुंची। किट के साथ सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी तस्वीरें साझा कीं और अपना भी कोरोना टेस्ट किया। बता दें कि ये कोरोना किट 10 मिनट के भीतर परिणाम देते हैं। किट की कीमत को लेकर हंगामा तब हुआ जब उसके अगले दिन ही छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने ट्वीट किया कि उनकी सरकार जीएसटी को छोड़कर 337 रुपये में 75,000 उच्च गुणवत्ता वाली रैपिड टेस्टिंग किट खरीद रही है।