डॉक्टर-डॉक्टर के खेल में मरीज की मौत…सिस्टम ने सत्तारूढ़ कांग्रेस नेता को भी नही छोड़ा…नर्सिंग होम संचालक ने तो रात में हॉस्पिटल खोला ही नही…
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद आज के सिस्टम की भेंट कांग्रेस का ही एक नेता चढ़ गया। और सिस्टम से डॉक्टर-डॉक्टर खेल रहे इस खेल ने कांग्रेस नेता के 42 वर्षीय छोटे भाई की बलि ले ली।
पूरे मामलों में मृतक के परिजनों ने डॉक्टरों पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। बताया जाता है कि मनेन्द्रगढ़ ब्लॉक कांग्रेस के सचिव सन्तोष कुंभकार की शुक्रवार की देर रात्रि तबियत (ह्रदय सम्बंधित) अचानक खराब हो गयी। आनन-फानन में परिजन उसे उपचार के लिए शहर के ही डॉ.खान नर्सिंग होम में उपचार के लिए ले जाया गया। लेकिन संचालक ने रात में अपना अस्पताल खोला ही नही। परिजनों के मुताबिक इसके बाद मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य मनेन्द्रगढ़ में ही भर्ती कराया गया। जहां उसकी गम्भीर स्थिति को देखते हुए बैकुण्ठपुर रेफर कर दिया गया। लेकिन परिजनों के मुताबिक रात्रिकालीन ड्यूटी के चिकित्सक मौजूद नही थे। इसके बाद मरीज के परिजन चिकित्सक के घर गए, जहां उन्होंने आवश्यक दवाई का पर्चा लिख कर दिया। इसी बीच देर रात्रि कांग्रेस नेता के भाई की स्थिति बिगड़ती गयी और उसकी मौत हो गयी। सुबह इसकी जानकारी मिलने पर विधायक श्रीमती अम्बिका सिंहदेव भी हॉस्पिटल पहुंच गई। जहां उन्होंने सीएमएचओ और सिविल सर्जन को तलब किया।
वहीं इस पूरे मामले में भाजपा नेता संजय अग्रवाल ने कहा है कि पहले जिला चिकित्सालय में सभी प्रकार के विशेषज्ञ चिकित्सको की भर्ती करने की जरूरत है। इसके बाद जीवन दीप समिति में शहर के गणमान्य नागरिकों को दानदाता सदस्य के रूप में जोड़ना चाहिए। ताकि शहर के वरिष्ठ लोग भी अस्पताल की व्यवस्था सुधारने में अपना सुझाव दे सकें। इसमें किसी प्रकार की कोई राजनीति नही होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि संजय अग्रवाल भी जिला चिकित्सालय में दान दाता सदस्य है, लेकिन राजनीतिक कारणों से उन्हें आज तक इसका पत्र नही मिल पाया।