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रूठी हुई कोरोना माता को प्रसन्न करने…विशेष पूजा कर रही हैं ये महिलाएं…डॉक्टरों ने कहा अंधविश्वास..!

हितेश शर्मा
कोरोना महामारी से पूरा विश्व संक्रमित है तो वही देश भर में भी लाखों की संख्या में लोग कोरोना के कहर से ग्रसित है छत्तीसगढ़ में भी कोरोना संक्रमण फैला हुआ है और इससे बचाव के लिए तमाम तरह के उपाय किए जा रहे हैं मेडिकल टीम और विशेषज्ञ चिकित्सक इस बीमारी को हराने के प्रयास में है और इसकी दवा बनाने पूरा विश्व एकजुट है लेकिन इसी बीच छत्तीसगढ़ के भिलाई में कुछ लोग कोरोना वायरस को कोरोना माई मान रहे है.रोज सुबह भिलाई के केंप दो बैकुंठधाम मंदिर के पास कुछ महिलाएं पूजा अनुष्ठान करती है कोरोना माई की प्रतीकात्मक मूर्ति बनाकर पूजा की जाती है आपको बता दे कि ये पूजा कर रही अधिकतर महिलाएं बिहार और झारखंड की है बिहार के पटना के आसपास ये अफवाह उड़ी की कोरोना कोई वायरस नही माता है इन दिनों पूरे विश्व मे फैली ये बीमारी कोरोना वायरस नहीं है बल्कि कोरोना माई है जो की रूठ गई हैं विधिविधान से इनकी पूजा की जाए तो यह हमारे देश को संक्रमण से मुक्त कर देगी बात यही खत्म नही हुई महिलाओं ने ये भी बताया की हम केवल अपने लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए कोराना माई की पूजा कर रहे हैं पूजा कर रही महिलाएं कोरोना माई की पूजा एक विशेष प्रकार की विधि से कर रही हैं ये पूजा उस स्थान पर की जाती है जहां कोई हल न चला हो. हिन्दू धर्म के अनुसार 9 के आंकड़े को बेहद शुभ माना जाता है 9 की ही संख्या में 9 रात्रि ,9 ग्रह 9 रंग,आदि आते है इसी आंकड़े को शुभ मानकर महिलाएं 9 की संख्या में ही आती है यहां 9 प्रकार की मिठाई, 9 फूल, 9 खड़ी सुपारी, 9 लौंग, गुड व पानी से पूजा कर रही हैं सबसे पहले गुड़ रखा जाता है फिर उस पर पानी चढ़ाकर 9 प्रकार की मिठाई,9 फूल,9 लोंग,9 सुपारी रखी जाती है जिसके बाद गुड़ वाला मीठा पानी चढ़ाया जाता है और माता से प्रार्थना की जाती है कि देश और विश्व से कोरोना प्रकोप हट जाए माता शांत हो और अपनी संतान की रक्षा करे यदि किसी कारण उनसे कोई भूल हुई हो तो कोरोना माता उन्हें क्षमा करें पूजन के बाद सभी सामग्री को जमीन में गड्ढा खोद कर गाड़ दिया जाता है महिलाओं की माने तो इसकी शुरुआत बिहार की राजधानी पटना के आसपास लगे गांवों से हुई है। महिलाओं ने बताया कि बिहार के एक गांव में एक महिला घास काट रही थी तो उसके सामने देवी प्रकट हुई देवी ने बताया वह कोरोना माई है और उनकी पूजा नहीं होने से वह नाराज है। महिलाओं के मुताबिक देवी ने उस महिला को पूजा का तरीका भी बताया और पूजा होने के बाद वह प्रसन्न होंगी और पूरे देश से संक्रमण खत्म देंगी इसलिए पूजा अनुष्ठान कर रही है बहरहाल इस तरह की पूजा रोज हो रही है स्थानीय जिला प्रशासन के द्वारा अब तक इस मामले पर कोई संज्ञान नही लिया गया है महिलाएं बिना मास्क लगाए बिना सोशल डिस्टनसिंग के झुंड बनाकर पूजा कर रही हैं। जिला प्रशासन का कोई अधिकारी अब तक इस स्थान पर नही पंहुचा है न ही इन्हें किसी प्रकार की कोई समझाईश दी जा रही है।
इस पूरे मामले पर डॉक्टरों का कहना है की कोरोना एक वायरस है यह कोई देवी नहीं है वायरस खतरनाक है और इसे लेकर किसी भी तरह का अंधविश्वास लोगों के लिए भारी पड़ सकता है। कोरोना के लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टरों से जांच कराए और डॉक्टरों की सलाह पर ही दवा लें अंधविश्वास से दूर रहने और डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है साथ ही सोशल डिस्टनसिंग का पालन करने मास्क लगाने और सैनिटाइजर का उपयोग करने की हिदायद दी तो वही डॉक्टरों ने ये भी बताया कि घर के अंदर रहे सुरक्षित रहे इसी उपाय से बचाव किया जा सकता है .

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