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शहर से सटे गांवों की आबोहवा में जहर घोल रहा अमन  पर्यावरण का दुश्मन कौन पढ़े पुरी खबर

रायगढ़ से शशिकांत यादव
रायगढ़*— ग्राउंड रिपोर्टिंग— शहर से सट कर कर गुजरने वाले नेशनल हाईवे मार्ग 49 की स्थिति दिनों दिन बद से बदतर होते जा रही है। जिसका कारण सड़को के किनारे अंधेरी रात में फ्लाईएश की डंपिंग माना जा रहा है। बड़े बड़े उद्योगों से निकलने वाली गर्म फ्लाईएश को कथाकथित ट्रांसपोर्टर स्वयं के लाभ कमाने के लिए जन जीवन से खिलवाड़ कर @अमन* चैन की बांसुरी बजा रहे है.
सुप्रीम कोर्ट, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की खुली अवहेलना— नियमतः उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट (फ्लाईएश) को यत्र तत्र सर्वत्र फेकना आपराधिक श्रेणी में आता है क्योंकि इससे जनजीवन के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता हैं। कैंसर,अस्थमा, एलर्जी,नेत्र रोग आदि जैसी गम्भीर,लाइलाज बीमारी अपने पैर पसारती है सांथ ही जिस जगह पर उक्त फ्लाईएश डाली जाती है तो आसपास की उपजाऊ जमीन भी बंजर हो जाती है एवं नदी नालों के किनारे फेंके जाने पर पशु-पक्षी,जलीय जीवों के अस्तित्व मिटने का भी खतरा रहता है।
सूत्रों की माने तो कोई मोटा सेठ गले मे मोटी सोने की चैन पहने सफेद रंग की कार से आता है है और ग्रामीणों को मंत्री के नाम पर डराता धमकाता है एवं शासकीय कार्य बतलाकर थाना कोर्ट की धमकी चमकी दे कर जहरीली फ्लाईएश डलवाकर भाग जाता है।
कहां गए पर्यावरण प्रेमी ? कहां गए जल,जंगल,जमीन के नाम पर रोटी सेकने वाले ? कहां गए पौधे रोपण का नाटक करने वाले ? ग्राम कोसमनारा से खरसिया तक सड़क 49 के किनारे फेंकी गई फ्लाईएश पर्यावरण विभाग,कूप मंडूक पर्यावरण प्रेमियों,जिला प्रशासन को मानो मुंह चिढ़ाती हो। सैकड़ो एकड़ हरे भरे खेतो में फ्लाईएश फेंककर जमीनों को बंजर बनाने में ट्रांसपोर्टर को कसर नही छोड़ रहे है। छपास के पर्यावरण प्रेमी जब अपने स्वयं के लगाए पौधे का ख्याल नही रखते तो भला उन्हें इस दिशा में क्या सरोकार होगा ? अपने आप को कैबिनेट मंत्री का खास,स्थानीय विधायक का पड़ोसी बतलाने वाले ट्रांसपोर्टर भाजपा समर्थित है मगर गिरगिट की तरह रंग बदलने वाला हवा के रुख के सांथ टिमटिमाने वाला @दीपक# केवल लक्ष्मी का ही समर्थित हो सकता है।
ग्राम गुडेली, टिमरलगा के क्रेशरो के रसातल हो चुके भूभाग को भरने एवँ ईंटो,सड़को आदि के निर्माण में ही इस फ्लाईएश का उपयोग होना चाहिए परन्तु ट्रांसपोर्टर को न सुप्रीम कोर्ट के आदेश की परवाह है और न ही एन जी टी की गाइडलाइंस की चिंता है। मात्र आर्थिक लाभ के लिए वह नेशनल हाइवे को जहरीला बनाने पर तुला हुआ है।
पर्यावरण को नुकसान पहुचाने वालो के विरूद्ध हमारी लड़ाई निरंतर जारी रहेगी। जब तक @अमन# चैन न मिल जायेगा तब तक कलम पूरी ताकत के सांथ चलती रहेगी। (क्रमशः)

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