
*ग्रामीण ने किया शिवम् कोल केरियर कम्पनी का घेराव …मांगा लिखित में जवाब किसानों की निजि भूमि में कोयल खनन किसके सहमति सें किया गया हैं ……… ग्रामीण कर सकतें हैं उग्र आंदोलन*
रायगढ़-/- एसईसीएल के बरौद माइंस में किसानों की भूमि पर कोयला निकालने का मामला गहराता जा रहा है। लगातार इस मामले में ग्रामीण आवाज उठा रहे हैं लेकिन कार्रवाई सिफर ही साबित हो रही है यही वजह है कि प्रभावित ग्रामीण आंदोलन का रुख अख्तियार कर रहे हैं।
दरअसल जिले के ग्राम बरौद तहसील घरघोड़ा के किसानों की जमीन एस.ई.सी.एल.रायगढ़ क्षेत्र बरौद उपक्षेत्र द्वारा कोल बेरिंग हेतु अर्जन एवं विकास अधिनियम 1957 की धारा 9(1) की अधिसूचना SO 3133 का राजपत्र में प्रकाशन दिनांक 25.12.2010 के तहत् अधिग्रहित की गई हैं जिसमें निजी भूमि 977.39 एकड़ वन भूमि 589 .02 एकड़ शासकीय भूमि 188.34 एकड़ आबादी 24 एकड़ कुल भूमि 1754.75 एकड़ समिलित हैं एवं छत्तीसगढ़ शासन के आदर्श पुर्नवास निति 2012 एवं कोल इंडिया लिमिटेड पुर्नवास पुनस्थापना निति 2012 के तहत विस्थापित किया जा रहा हैं जिसमें शिवम् कम्पनी द्वारा 04 किसानों की निजि भूमि 15 एकड़ भूमि को बिना भूमि स्वामी के सहमति सें कोयला खनन किया गया हैं जिसमें निजि भूमि का एस.ई.सी.एल.प्रबंधन द्वारा किसानों का मुआवजा भुगतान नहीं किया गया और किसानों द्वारा ग्राम पंचायत के मदद सें जवाब भी मांगा गया हैं की किसके सहमति सें कोयला खनन प्रबंधन द्वारा किया गया हैं । इस विषय में कम्पनी प्रबंधन ने कहा आप एस.ई.सी.एल प्रबंधन से जवाब लो हमें जहां जगह दिया जाता वहीं हम खनन करतें हैं ।तथा शिवम् कम्पनी मैनेजर द्वारा
सरपंच पति को अपशब्द बोल कर पुरे ग्रामीणों को कम्पनी द्वारा अपमानित किया गया था उस पर भी गांव कार्यालय ग्राम पंचायत में कम्पनी मालिक रविन्द्र बोरा के साथ बैठक हुआ और पूर्ण सहयोग की सहमति बनीं तथा कम्पनी मेनेजर को बरौद सें भागने की बात भी बोला गया ।
अनुविभागीय अधिकारी घरघोड़ा एवं ग्रामीण द्वारा 22.10.2021 को विस्थापित परिवारों की समस्याओं को लेकर तृतीय पक्ष बैठक आयोजित किया गया था और सारे समस्याओं को समाधान करनें का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज दिनांक तक किसीं प्रकार की लिखित कार्यवाही एवं मौका जांच आज दिनांक तक नहीं किया गया हैं ग्रामीण/ग्राम पंचायत पदाधिकारी बड़ी उग्र आंदोलन तथा SDM कार्यालय को घेरेबंदी करनें की रणनीति तैयार की जा रहीं हैं ।
*सरपंच ग्राम पंचायत बरौद रथमिला राठिया*
एस.ई.सी.एल.प्रबंधन के अधिकारी समस्या को समाधान करनें के बजाय बिलासपुर मुख्यालय कार्यवाही एवं आप की समस्याओं को मुख्यालय भेज गया है बोल कर बचतें नजर आतें हैं तथा समस्या विचारधीन हैं बोल कर आश्वासन दिया जाता है और क्षेत्रीय अधिकारी आतें हैं और चालें जातें हैं ।अब मुख्यालय बिलासपुर को आना होगा समस्या समाधान करनें ।