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साल दर साल बीतता रहा लेकिन मैदान की बदली नहीं सूरत ….रामलीला मैदान का जीर्णोद्धार न होना खिलाड़ियों की भावनाओं से खिलवाड़, जीर्णोद्धार सौंदर्यीकरण नहीं होने से खिलाड़ियों में पनप रहा आक्रोश …..इसे लेकर किसने क्या कहा …….पढ़े पूरी खबर

 

रायगढ़ ।
शहर के एक प्रमुख रामलीला खेल मैदान के जीर्णोद्धार नहीं होने से खिलाड़ियों में एक बार फिर से असंतोष व्याप्त हो रहा है। तमाम कवायद के बाद भी रामलीला मैदान की ओर गम्भीरता दिखाई नहीं दे रही है। शहर के लोग यहां वाकिंग करने से लेकर खिलाड़ियों को यहां प्रेक्टिस करते रोजाना देखा जा सकता है। हाल ही में इस मैदान में क्रिकेट और फुटबॉल के टूर्नामेंट भी हो चुकी है मैदान की बदहाली किसी से छुपी भी नहीं है।
शहर के रामलीला मैदान की दुर्गति को लेकर सोसल मीडिया के प्लेटफार्म पर भी बहस छिड़ी हुई है। दरअसल तमाम कवायद के बाद भी रामलीला मैदान का न तो जीर्णोद्धार हो पा रहा है न ही सौंदर्यीकरण, ऐसे में खेल में रुचि रखने वाले लोग सोसल मीडिया के माध्यम से जमकर भड़ास निकाल रहे हैं। शहर में अब यह चर्चा का विषय एक बार फिर से बन चुका है।

बारिश होने पर ऐसा कुछ नजारा होता है मैदान का

दरअसल शहर के एक प्रमुख व ऐतिहासिक रामलीला मैदान को खेल के लिए सुव्यवस्थित बनाये जाने की सालों पुरानी मांग है। खेल व खेल संघ से जुड़े लोग लगातार इस मैदान के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन से लेकर मुख्यमंत्री तक बात को पहुंचाई गई थी। भाजपा के शासन के बाद कांग्रेस की सरकार आने के बाद रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक स्वयं हस्तक्षेप करते हुए मैदान को सुव्यवस्थित बनवाने की बात कही थी। कोविड 19 के पहले चक्रधर समारोह को रामलीला मैदान में आयोजित न करने की मांग को लेकर हुए बखेड़ा में तत्कालीन कलेक्टर यशवंत कुमार ने भी आश्वस्त किया था कि चक्रधर समारोह के खत्म होने के बाद डीएमएफ फंड से मैदान का जीर्णोद्धार करवाएंगे। खेल मैदान के अस्तित्व को बचाने की मांग कर रहे खिलाड़ियों की भावनाओं को देखते हुए विधायक प्रकाश नायक ने भी आश्वस्त किया था और कहा था कि अगर फंड नहीं मिलता है तो वे अपने विधायक निधि से मैदान का सौंदर्यीकरण करवाएंगे। इसके लिए विधायक की पहल पर प्राक्कलन भी बना था। शहर विकास के लिए निगम को मिले 10 करोड़ में से 30 लाख रु मैदान के लिए बजट में लाये जाने की भी खबरें आईं लेकिन निगम में जनप्रतिनिधियों की आपसी गुटबाजी की वजह से रामलीला खेल मैदान के जीर्णोद्धार के लिए निगम के बजट में भी यह नहीं आ सका। हाल ही में हुए रामलीला मैदान में फुटबॉल प्रतियोगिता में वार्ड पार्षद प्रतिनिधि शाखा यादव व महापौर बतौर अतिथि शामिल हुई थी और मैदान के सौंदर्यीकरण की बात को मंच से कहा था।

जिले के पूर्व प्रभारी मंत्री रविन्द्र चौबे को भी खेल संघ द्वारा रामलीला मैदान के जीर्णोद्धार करने की मांग है। दूसरी ओर प्रकाश नायक के विधायक बनते ही खेल संघ से जुड़े खिलाड़ी लगातार संपर्क में है और महापौर से भी कई बार मुलाकात कर मैदान जीर्णोद्धार के लिए बजट देने की मांग कर चुके हैं। घोषणा करते हैं आश्वासन मिलता है पर हर बार रामलीला मैदान के सौंदर्यीकरण की मांग फाइलों में दब कर जाती है।

कई सालों से कर रहे संघर्ष –
खेल मैदान के सौंदर्यीकरण व संरक्षण के लिए रामलीला मैदान बचाव संघर्ष समिति के विजेंद्र यादव, शारदा गहलोत, तारा श्रीवास, दीपक हरितास शर्मा, निज़ामुद्दीन, विकास पाण्डेय, सत्यानारायण वर्मा, नरेंद्र चौबे, विकास बाजपेयी, राहुल ठाकुर, अभिषेक गुप्ता ने मैदान का जीर्णोद्धार अभी तक नहीं हो पाने की वजह से उस पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। संगठन के सचिव विकास पाण्डेय ने कहा है “अगर खेल मैदान का जीर्णोद्धार जल्द ही नहीं किया गया तो खेल संगठन सभी खिलाड़ियों के हितों के लिये काँग्रेस सरकार के खिलाफ आन्दोलन भी कर सकती है। राजनीति से परे हटकर इस खेल मैदान के संवर्धन के लिए विधायक व महापौर को रामलीला मैदान को बनाने के लिए इच्छाशक्ति दिखानी पड़ेगी।

वर्सन
विधायक प्रकाश नायक स्वयं इसमें गंभीर है और मैदान के लिए महापौर को पत्र भेजा भी है। महापौर आगे इसमें जल्द कोई निर्णय ले सकती हैं।
प्रभात साहू
एमआईसी सदस्य,

वर्सन
मैं पहले भी खिलाड़ियों के समर्थन में पहले भी था और आज भी हूं, खिलाड़ियों के लिए ग्राउंड का होना जरूरी है इसे प्राथमिकता में लिया जाना आवश्यक है।
संजय देवांगन
एमआईसी सदस्य

वर्सन
प्राकलन के अनुसार रामलीला मैदान के सौंदर्यीकरण के लिए मैंने महापौर को पत्र भेज दिया है । जल्द ही खिलाड़ियों की यह मांग पुरी हो जाएगी। जल्द राशि मिल जाने की उम्मीद है। रामलीला मैदान को हर हाल में खिलाड़ियों की मंशा के अनुरुप बनवाया जाएगा इसमें कुछ विलंब जरूर हो रहा है खिलाड़ियों को निराश होने की जरूरत नहीं है।
प्रकाश नायक
विधायक, रायगढ़

वर्सन
रामलीला मैदान के लिए 45 लाख का स्टीमेट बना था राशि स्वीकृति के लिए शासन को भेजा गया है। जैसे ही राशि स्वीकृत होती है मैदान का काम शुरू करा दिया जाएगा। एमआईसी की बैठक में मेरे द्वारा कोई रोड़ा नही लगाया गया है यह गलत है मैं स्वयं प्रयासरत हूँ।
जानकी काटजू
महापौर नगर पालिक निगम रायगढ़

वर्सन
रामलीला मैदान संवर्धन के लिए महापौर, विधायक मैं स्वयं कटिबद्ध हूं इसे हर हाल में करवाया जाएगा । ऐसा नहीं है कि कोई एक पक्ष रामलीला मैदान का जीर्णोद्वार नहीं कराना चाहता है। 10 करोड़ शहर विकास के लिए आया था उसे सभी वार्ड में बांटना था। इसलिए इसमें से न कर महापौर द्वारा शासन को फंड स्वीकृति के लिए भेजा है। अगर शासन से स्वीकृति नहीं भी मिलती है तो विधायक फंड व महापौर फंड का उपयोग कर मैदान का जीर्णोद्धार कराया जाएगा।
अनुपमा शाखा यादव
एमआईसी सदस्य, नगर पालिक निगम रायगढ़

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