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शहर के जाने माने तथाकथित बिल्डर या कहें भू माफिया अनिल केडिया के खिलाफ कारवाई की मांग लगातार तेज होने लगी है ….सरकार का एक आदेश बिल्डर भू माफिया अनिल केडिया के लिए बन सकती है बड़ी मुसीबत ….पुलिस के लिए गले की फांस …शिव सेना ने क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर बढ़ा रही परेशानी का सबब …आखिर कब कसेगा शिकंजा ..

श्मशान भूमि पर कब्जा करने कब्र तोड़ने वाले बिल्डर को गिरफ्तार करने की मांग
शिव सेना ने क्षेत्र के निवासियों के साथ किया एसपी कार्यालय का घेराव

 

 

 

 

रायगढ़।

शहर के जाने माने बिल्डर या कहें भू माफिया पर लगातार शिकंजा कसने की मांग बलवती होते जा रही है। सरकार के एक आदेश पुलिस प्रशासन के लिए गले की फांस बन सकती है वह रासुका लगाने वाली आदेश है। बिल्डर पर रासुका भी लगना चाहिए क्योंकि उसने किया ही ऐसा है। अब इस बिल्डर अनिल केडिया के खिलाफ शिव सेना ने भी मोर्चा खोल दिया है।

गोवर्धनपुर में कालोनी निर्माण के लिए शमशान भूमि पर कब्जा करने की नियत से समतलीकरण करने व कब्र को तोड़ने के मामले में बिल्डर को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर शिव सेना ने एसपी कार्यालय का घेराव किया।


गोवर्धनपुर में कालोनी निर्माण को लेकर कालोनाईजर अनिल केड़िया ने भू स्वामी के साथ मिलकर जमीन समतलीकरण करते हुए शमशान भूमि पर भी अवैध कब्जा की नीयत से कब्र तोड़ कर समतलीकरण कर दिया गया। इस मामले में बिल्डर अनिल केड़िया की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों के साथ शिव सेना ने इतवारी बाजार से रैली निकालते हुए एसपी कार्यालय का घेराव किया। शिव सेना के जिला अध्यक्ष अमित विश्वास ने कहा कि कब्र तोड़ने से भावनाएं आहत हुई है।

 

साथ ही धार्मिक भावना को भी ठेस पंहुची है। क्षेत्र के निवासियों की शिकायत पर चक्रधरनगर थाने में बिल्डर अनिल केड़िया पर जुर्म दर्ज तो कर लिया गया है परंतु कार्रवाई आगे नही बढ़ाई जा रही है। साथ ही जांच भी रोक दी गयी है और भू स्वामी के सहमति से ही समतलीकरण किया गया है लिहाजा भू स्वामी को भी जांच के दायरे में लेना चाहिए जो नही किया जा रहा है। पूर्व में भी ज्ञापन दिया गया था बावजूद इसके आज पर्यंत पुलिस की कार्रवाई आगे नही बढ़ाई जा रही है, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे है। हमारी मांग है कि अनिल केड़िया की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाय। वहीं विजय लकड़ा ने कहा कि अनिल केड़िया की अब तक गिरफ्तारी नही होना पुलिस और बिल्डर के बीच साठ गांठ का संदेह पैदा कर रहा है। अनिल केड़िया को अग्रिम जमानत कराने के लिए पुलिस सहयोग करती नज़र आ रही है। यदि जल्द जल्द गिरफ्तारी नही हुई तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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