
पत्रकारों की अर्से पुरानी मांग पर की ये घोषणा कई सवालों का दिया सीधा जवाब तो कई को घुमावदार, भाजपा के कर्मचारी -अधिकारी हड़ताल के समर्थन पर दिया ये दो टूक जवाब, सांसदों पर उठाए सवाल
रायगढ़।
लंबे अर्से के बाद पत्रकारों की मांग पर हुई घोषणा इसके अलावा जिले को मिली कई सौगात, नेशनल हाइवे को लेकर कही ये बात, शहर की सड़कों के लिए भी लेकिन शहर के संजय काम्प्लेक्स को लेकर टाल गए ।
रायगढ़। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल भेंट मुलाकात के दूसरे चरण की शुरुवात रायगढ़ से किया। नवापारा व लोईंग में योजनाओं को लेकर ग्रामीणों से रूबरू हुए। इस दौरान जो देखने मिला इससे जाहिर है कि रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक की लोकप्रियता में कहीं न कहीं कमी दिखाइ देती है। पंडाल में जो बैठे थे, वे बैठे नहीं बल्कि बैठाए गए थे। यह पंडाल के बाहर चर्चा में खुल कर सामने आई थी। खैर जो भी हो यह राजनीति है ये सब चलते रहती है।
बात करते हैं आज मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों की मुंह मांगी मुराद पूरी कर दी है। पत्रकारों के आवास के लिए भूखण्ड के लिए कलेक्टर को निर्देशित किया हैं वहीं लंबे समय से रायगढ़ के पत्रकार एक अदद पत्रकार भवन के लिए जद्दोजहद कर रहे थे उसके भी 20 लाख रु देने का मौके पर ही एलान कर दिया है और जमीन मुहैया कराने के लिए निर्देशित किया है।
पत्रकारों के विभिन्न सवालों के जवाब देते हुए भाजपा पर जमकर कटाक्ष किया। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के हड़ताल को भाजपा के समर्थन और सत्ता में आने पर केंद्र के समान डीए व अन्य भत्ता देने के वायदे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये वही भाजपा है जिसने कर्मचारियों के पेंशन को बंद किया हमने कर्मचारी हित में कई फैसले लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया। 6 प्रतिशत मंहगाई भत्ता दिया सप्ताह में काम के दिन को 5 दिन किया। विभिन्न विभागों के रिक्त पदों पर लगातार भर्तियां कर रहे हैं। गोबर खरीदी के भाजपा के विरोध को लेकर कहा कि एक तरफ भाजपा इस योजना की सराहना कर रही है यूपी में इसे लागू किया वही विरोध करना है तो बस गोबर व गौ मूत्र को लेकर विरोध कर रही है। जबकि मोदी जी स्वयं इस योजना की तारीफ कर चुके है और नीति आयोग ने भी इसे सराहा है।
शहर की खस्ताहाल सड़क को लेकर महापौर व विधायक की मांग पर फंड दिया है वहीं नेशनल हाइवे को लेकर कहा कि इस पर राज्य सरकार कुछ नहीं कर सकती गड़करीं जी से कई बार मुलाकात भी कर चुके हैं। टेंडर भी होती है लेकिन पता नही क्यों ठेकेदार काम लेने के बाद करने के बजाय भाग जाता है इसके लिए पुनः टेंडर की प्रक्रिया शुरू होने की बात बताई है।
चिटफंड कंपनी में आम जनता के फंसे पैसों को लेकर अपने स्तर पर काम करना बताया और यह भी बताया कि चिटफंड कंपनी अधिकांश डायरेक्टर बाहर के है और इसे लेकर ईडी की जांच होनी चाहिये तब जाकर ही इसमे कुछ हो सकता है चिटफंड कंपनी के अधिकांश डायरेक्टरों के बाहर के होने की वजह से राज्य सरकार कुछ नहीं कर पा रही है। स्थानीय चिटफंड कंपनी के कई डायरेक्टर हवालात में होना बताया। ईडी की जांच होने से ऐसे चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर देश के किसी की कोने में रहें ईडी का शिकंजा उन पर कसा जा सकता है और उनकी सम्पत्ति को जब्त कर खाताधारकों के पैसे वसूल किये जा सकते है।
जल जंगल जमींन पर सरकार का स्टैंड क्या हैं इसके जवाब को भी मुख्यमंत्री ने गोल घुमाकर दिया और बताया कि देश मे सर्वाधिक वनाधिकार पट्टे छत्तीसगढ़ में दिए गए हैं। इस दिशा में हमारी सरकार गंभीर भी है।
भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पहली बार है कि कोयले की आपूर्ति सरकार नही कर पा रही है जिन कोयला खदानों को स्कैम बताकर केंद्र सरकार द्वारा कोयला खदान की लीज को समाप्त कर दिया था और इसमे बड़े पैमानेपर भ्रष्टाचार होने की बात कहते हुए तमाम कोयला खदान को निरस्त कर दिया था लेकिन आज तक इसमे कुछ भी सामने नहीं आया उल्टे उन खदानों को जिसने भी नीलामी में लिया वो इसे लौटा रहे हैं और आज कोयला आपूर्ति के नाम पर यात्री ट्रेनों को निरस्त कर दिया जा रहा है। आज तक इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था जो आज भाजपा कि सरकार में हो रहा है। कहा कि कहाँ है वो सांसद जो ट्रेनों के बन्द करने पर भी चुप बैठे हैं और कहा कि जरा आप उनसे भी इसे लेकर सवाल पूछिये। मुफ्त की रेवड़ी को लेकर उल्टा उन्होंने भाजपा पर सवालों के बौछार कर दिया।