अब नहीं कोई और… भाजपा से प्रबल दावेदार परमजीत कौर… नगरीय निकाय में आरक्षण के बाद गरमाई स्थानीय राजनीति… बैकुंठपुर नपा सीट अनारक्षित महिला के लिए… दावेदारों में बढ़ी हलचल…
18 September 2019

अनूप बड़ेरिया
छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय के लिए आरक्षण प्रक्रिया संपन्न होने के साथ ही स्थानीय स्तर पर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं । महापौर और अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण होने के बाद इन पदों के दावेदारों में काफी हलचल हो गई है और सोशल मीडिया में उनके समर्थकों के द्वारा लगातार अपने नेता के पक्ष में दावेदारी का माहौल बनाया जाने लगा है।
आरक्षण के बाद बैकुंठपुर नगरपालिका का अध्यक्ष पद अनारक्षित महिला के लिए निर्धारित किया गया है। पूर्व में बैकुंठपुर नगरपालिका अनारक्षित था, जिसमें कांग्रेस के अशोक जायसवाल अध्यक्ष पद पर वर्तमान में पदस्थ है।
अनारक्षित महिला सीट की घोषणा होने के साथ ही सोशल मीडिया में भाजपा महिला नेताओं के समर्थन में उनके समर्थकों ने पोस्ट डालना आरंभ कर दिया है ताकि अपने नेता के पक्ष में दावेदारी के संबंध में अभी से माहौल बनना आरंभ हो सके।
सोशल मीडिया में भारतीय जनता पार्टी की ओर से जिस नाम की जोर-शोर से चर्चा हो रही है वह वार्ड क्रमांक 5 की पार्षद श्रीमती परमजीत कौर का है। उनके समर्थक सोशल मीडिया में कह रहे हैं.. अब नहीं कोई और… अब बस परमजीत कौर..!
भारतीय जनता पार्टी के सबसे वरिष्ठ सदस्यों में श्रीमती परमजीत कौर दूसरी बार अपने वार्ड से पार्षद के रूप में चुनाव जीत कर आई है। इनका पूरा परिवार भाजपा के लिए समर्पित रहा है इनके पति भूपेंद्र सिंह भी भाजपा से पार्षद निर्वाचित हो चुके हैं। अंचल में तेजतर्रार भाजपा नेत्री के रूप में परमजीत कौर काफी चर्चित है संगठन में इनकी काफी अच्छी पकड़ होने के साथ ही एक नेत्री के रूप में जहां इनका व्यापक जनाधार है, वही समाज सेवा और महिला परामर्श केंद्र के माध्यम से भी लोगों के बीच इनकी काफी पैठ है।
सौम्य व्यवहार, हंसकर लोगों से आत्मीयता से बातें करना, हर वक्त जन सेवा के कार्यों में लगना और सभी को साथ लेकर पार्टी हित में काम करना यह परमजीत कौर की विशेषता है। परमजीत कौर ने सदैव पार्टी प्रत्याशी के लिए कार्य किया है भाजपा संगठन में भी इनकी अच्छी पकड़ है स्वच्छ छवि होने की वजह से भाजपा के प्रबल दावेदारों में एक परमजीत कौर का राजनीतिक अनुभव भी काफी लंबा है।
पार्टी ने समय-समय पर तेजतर्रार इस महिला नेत्री को जो भी जिम्मेदारी की है उसका उन्होंने बखूबी पालन किया है। इनके साथ समर्थकों और कार्यकर्ताओं की कितनी बड़ी फौज है इसका अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा के अन्य दावेदारों की अपेक्षा सोशल मीडिया में परमजीत कौर की ही दावेदारी छाई हुई है जिस पर भाजपा संगठन की भी नजर है।
हालांकि दिल्ली दूर है की तर्ज पर बैकुंठपुर नगरपालिका में नगरी निकाय के चुनाव अगले वर्ष होना है लेकिन अध्यक्ष पद हेतु आरक्षण प्रक्रिया संपन्न हो जाने से क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मियां बड़ी तेजी के साथ बढ़ गई है । जनमानस में यह चर्चा जोरों पर है कि यदि भारतीय जनता पार्टी आगामी नगरीय निकाय के चुनाव में बैकुंठपुर से परमजीत कौर को अपनी दावेदार प्रत्याशी बनाती है तो उनके विजय होने में कहीं कोई आशंका नजर नहीं आती है।