बरसात में गिरा मकान…हथेली पे जान…न मुआवजा मिला…न बन सका मकान…कमरों हुए नाराज…तहसीलदार …
मनेन्द्रगढ़ से ध्रुव द्विवेदी की रिपोर्ट
बरसात के कारण एक गरीब वृद्धा का घर गिरे डेढ़ माह गुजर चुके हैं, लेकिन उसे अब तक कोई मुआवजा नहीं मिल सका है जिससे जिले में प्रशासनिक कसावट का अंदाजा सहजता से लगाया जा सकता है। वृद्धा अभी भी मुआवजा के आस में क्षतिग्रस्त मकान के बगल में एक जर्जर झोपड़ी में जान हथेली पर रखकर किसी तरह गुजर बसर कर रही है।
पिछले माह 7 अगस्त बुधवार की तड़के ढाई बजे मनेन्द्रगढ़ में थाना के सामने झिरिया मोहल्ला निवासी 75 वर्षीया शांति सोनी पति स्व. बद्री प्रसाद सोनी अपनी पोती रिया सोनी के साथ घर के अंदर सोई हुई थी, तभी घर का छज्जा भरभरा कर बैठ गया। यह तो गनीमत थी कि घर के अंदर दो चारपाई होने के बावजूद पोती-दादी के साथ बिस्तर में सोई हुई थी और दादी का बिस्तर घर के अंदर किनारे दीवार से लगा था। यदि पोती घर के बीच में लगे बिस्तर में सो रही होती तो उसकी जान पर बन आ सकती थी। इस हादसे में दादी और पोती दोनों बाल-बाल बच गए।
उसी दिन घटना की जानकारी राज्यमंत्री गुलाब कमरो के मीडिया प्रतिनिधि रंजीत सिंह के द्वारा क्षतिग्रस्त मकान के मुआवजा के लिए मनेन्द्रगढ़ तहसीलदार को दी गई, लेकिन प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा तत्काल मौके पर नहीं पहुंचा। दो-तीन दिन गुजर जाने के बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा और मुआवजा के लिए स्थल का मुआयना कर वहां से चला गया। डेढ़ माह बीत चुके हैं शासन-प्रशासन की ओर से गरीब वृद्धा को मुआवजा के नाम पर फूटी कौड़ी तक प्रदान नहीं की गई है।
क्षतिग्रस्त मकान के बगल में जर्जर झोपड़ी में रह रही वृद्धा रोजाना क्षतिग्रस्त मकान को देखकर इसी आस में जी रही है कि शासन की ओर से यदि उचित मुआवजा मिल जाए तो वह अपने घर की किसी प्रकार मरम्मत करा ले।
बहरहाल इस बात की जानकारी राज्यमंत्री गुलाब कमरो को दिए जाने पर उन्होंने मुआवजा में विलंब को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रशासन को शीघ्र मुआवजा प्रदान करने को कहा है।