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विवेकानंद महाविद्यालय में सिर्फ रसायन से एमएससी…बीच मे पढ़ाई छोड़ने को मजबूर छात्राएं…सहायक प्राध्यापकों के 13 पद रिक्त…अतिथि व्याख्याताओं द्वारा किया जा रहा अध्यापन कार्य…

ध्रुव द्विवेदी
कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ शहर में संचालित शासकीय विवेकानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राध्यापकों एवं सहायक प्राध्यापकों की कमी से छात्रों को काफी असुविधा हो रही है। लंबे अरसे से इसे लेकर छात्र-छात्राओं ने जनप्रतिनिधियों का ध्यानाकर्षण भी कराया, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं हुई। शहर में एकमात्र शासकीय  महाविद्यालय है, जहां शहर के साथ ही साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों व अनूपपुर जिले के सैकड़ों छात्र अध्ययन करने के लिए आते हैं। इस महाविद्यालय में सभी संकाय मिलाकर 12 सौ से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन इन्हें पढ़ाने के लिए यहां जितने प्राध्यापक एवं सहायक प्राध्यापक होने चाहिए उतने नहीं है इसके चलते छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
 इस महाविद्यालय में प्राध्यापकों के 4 पद स्वीकृत हैं जिसमें मात्र राजनीति शास्त्र में एक प्राध्यापक की नियुक्ति की गई है। शेष वाणिज्य, समाजशास्त्र व रसायन शास्त्र में लंबे अर्से से प्राध्यापक की नियुक्ति नहीं की गई। जिससे छात्र-छात्राओं को होने वाली परेशानी का सहज अनुमान लगाया जा सकता है। इस महाविद्यालय में सहायक अध्यापकों के 22 पद स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से मात्र 9 पदों पर नियुक्ति की गई है। शेष 13 पद रिक्त हैं इन पदों पर अतिथि व्याख्याताओं को नियुक्त कर अध्यापन कार्य करवाया जा रहा है।
 इस महाविद्यालय में मात्र रसायन शास्त्र से एमएससी की कक्षाएं संचालित हैं। ऐसे में यहां से बीएससी पढ़कर निकलने वाली छात्राओं को या तो शहर से बाहर चिरमिरी अथवा दूसरे शहरों में जाकर पढ़ाई करनी पड़ती है, अथवा जो छात्राएं और उनके अभिभावक इस खर्च को वहन नहीं कर पाते उन छात्राओं को बीएससी करने के बाद अपनी पढ़ाई स्थगित करनी पड़ती है । लगभग 15 वर्षों पूर्व इस महाविद्यालय में एमएससी रसायन की कक्षाएं संचालित की गई थी, उसके बाद से इन 15 वर्षों में इस महाविद्यालय में अन्य विषयों में एम एस सी की कक्षाएं नहीं शुरू हो पाई, जिससे छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है।
महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष में 177, बीए द्वितीय वर्ष में 207, बीए तृतीय वर्ष में 57, बीएससी प्रथम वर्ष 208, बीएससी तृतीय वर्ष 92 , बीएससी तृतीय वर्ष 113, बीकॉम प्रथम वर्ष 115 ,बीकॉम द्वितीय वर्ष 54, बीकाम तृतीय वर्ष 42 तथा अन्य कक्षाएं  मिलाकर 1,220 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है ।
इस संबंध में महाविद्यालय की  प्राचार्य आनंदा गुप्ता ने बताया कि समय-समय पर विभाग को महाविद्यालय में रिक्त पदों से अवगत कराया जाता है । रिक्त पदों पर नियमित प्राध्यापकों की नियुक्ति ना होने के कारण महाविद्यालय में 13 अतिथि व्याख्याताओं को नियुक्त किया गया है जो अध्यापन कार्य कराते हैं ।

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