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बच्चों को नेत्र सुरक्षा के प्रति जागरूक करना हम सबका कर्तव्य-अम्बिका…बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह…स्कूलों मे चल रहा नेत्र परीक्षण…428 बच्चों का हुआ नेत्र परीक्षण..

 
अनूप बड़ेरिया
 
छग के सभी विद्यालयों मे बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह 14-20 नंवबर के बीच मनाया जा रहा है। जिसमें 06 से लेकर 15 वर्ष के बच्चों का नेत्र परीक्षण कर चश्मे का वितरण भी किया जा रहा है। इसी कडी मे शासकीय स्कूल महलपारा मे शिविर का शुभारंभ स्थानीय विधायक श्रीमति अम्बिका सिंहदेव के द्वारा  कर स्वास्थ मंत्री के संदेश का वाचन भी किया गया। विद्यालय में कुल 492 बच्चों में 428 बच्चों का नेत्र परीक्षण किया गया जिसमें से 21 बच्चों को निःशुल्क चश्मा भी प्रदान किया गया।
इस अवसर पर स्थानीय विधायक श्रीमती अम्बिका सिंहदेव ने कहा कि विद्यार्थियों के नेत्र का विद्यालय मे ही परीक्षण कर नेत्र सुरक्षा के प्रति जागरूक करना हमारा कर्तव्य है, ताकि भविष्य मे अध्ययन कार्य मे उन्हें परेशानी ना हो।  
सीएमएचओ डाँ रामेश्वर शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग शालेय स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी समस्त गतिविधियों का समय समय पर आयोजन करता रहता है नेत्र शिविर भी छात्रों के लिए आयोजित है, इसमें छात्रों के आंखों की जांच कर आवश्यकतानुसार नि:शुल्क चश्मे का वितरण भी किया जा रहा है।
जिला अंधत्व निवारण समिति के नोडल एवं नेत्र रोग विशेषज्ञ डां आर.एस. सेंगर ने बताया कि ‘दृष्टिदोष के पहचान के लिए  नेत्र स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहना चाहिए नेत्र परीक्षण के माध्यम से आंखों की बीमारियों का पता लगाकर उपचार कराना आवश्यक है।
नेत्र चिकित्सक द्वारा जांच से पता चल सकता है कि आपके बच्चे को मायोपिया (निकटदर्शिता),  हाइपरोपिया (दूरदर्शिता) या एस्टिग्मैटिज्म (दृष्टिवैषम्य) तो नहीं है । धुँधली दृष्टि , स्कूले बच्चे की सीखने की क्षमता प्रभावित कर सकती है। यदि आपका बच्चा इनमें से किसी भी लक्षण को प्रदर्शित करता है, तो नेत्र चिकित्सक के साथ नियमित रूप से  आंखों का परीक्षण करना अनिवार्य है। उन्होंने बताया लगातार टीवी के बहुत करीब बैठना या किसी किताब को बहुत पास रखना, पढ़ते समय अपनी जगह खोना या पढ़ते समय अपनी आँखों का मार्गदर्शन करने के लिए एक उंगली का उपयोग करना। बेहतर देखने के लिए आँखों  को  तिरछा  करना या  सिर को झुकाना, बार-बार आँख रगड़ना, प्रकाश  के  प्रति संवेदनशीलता और या आँख में अत्यधिक पानी आना नेत्र के कमजोर होने के लक्षण हैं।
स्वास्थ विभाग द्वारा जिले भर के स्कूलो में नेत्र शिविर लगाकर जांच की जा रही है। 
इस अवसर पर जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी चन्द्रवेश सिसोदिया, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी देवेश जायसवाल, आशीष गुप्ता, आरपी गौतम, नागेन्द्र पटेल, वीरेन्द्र साहु, पुष्पेन्द्र पटेल, एसएस मरावी, गणेश गौतम, विद्यालयीन  स्टाफ भी उपस्थित रहे।

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