शाबाश..हैदराबाद पुलिस..गैंगरेप के चारों आरोपियों का किया इनकाउंटर…पुलिस ले कर गयी थी घटना की जगह..वहां से आरोपियों ने की भागने की कोशिश…
शुक्रवार की प्रातः एक अच्छी खबर यह आ रही है कि हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपी शिवा, नवीन, आरिफ और केशवुलू मारे गए हैं. तेलंगाना पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है. बताया जा रहा है कि पुलिस इन चारों लोगों को घटना के रिकंस्ट्रक्शन के लिए वारदात की जगह ले जा रही थी, जहां से इन चारों लोगों ने भागने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया.
चारों आरोपी 10 दिन के लिए पुलिस रिमांड में थे. 4 दिसंबर को इस केस की जल्द सुनवाई के लिए फास्ट ट्रेक कोर्ट का भी गठन किया गया था.
बता दें कि गैंगरेप और बर्बरता से हत्या के मामले तेलंगाना सरकार ने बुधवार को आरोपियों के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के लिए महबूबनगर जिले में स्थित प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत को विशेष अदालत (फास्ट ट्रैक कोर्ट) के रूप में नामित किया था। इस मामले में पुलिस ने सोमवार को अदालत में याचिका दाखिल करके आरोपियों की दस दिनों की हिरासत की मांग की थी। लगातार तीन दिनों तक अभियोजन पक्ष की दलीलें सुनने के बाद सात दिनों की पुलिस हिरासत दे दी गई।
27 नवंबर की घटना से हिल गया था देश
बता दें कि हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में 27 नवंबर की रात को चार ट्रक ड्राइवरों और क्लीनर ने मिलकर महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और पेट्रोल जलाकर मारने जैसे अपराध को अंजाम दिया था. 28 नवम्बर की सुबह डॉक्टर का जला हुआ शव बरामद हुआ था। इस घटना के बाद से दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की मांग को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे थे.
क्या होता है घटना का रिकंस्ट्रक्शन?
बता दें कि पुलिस केस की छानबीन और सबूत जुटाने के लिए वारदात की जगह पर ‘वारदात कैसे घटी’ या ‘वारदात को कैसे अंजाम दिया गया’ इसके लिए घटना का रिकंस्ट्रक्शन करती है. वारदात की जगह आरोपियों को भी ले जाया जाता है ताकि वह बताए कि उन्होंने वारदात को कैसे अंजाम दिया. पुलिस ये सब इसलिए करती है ताकि उसकी तरफ से केस मजबूत हो और वह अदालत में केस से जुड़े सभी पहलुओं को रख सके.