चिरमिरी नगर निगम में कांग्रेस का कब्जा… 24 वार्डों में कॉंग्रेस, 13 में भाजपा, 3 में निर्दलीय.. विधायक की पत्नी कंचन जायसवाल, शिवांश जैन, बबीता सिंह, गायत्री बिरहा, संदीप सोनवानी, सनी चौथहा चुनाव जीते..
भाजपा की इंदु पनेरिया, नीलम सलूजा, रानी गुप्ता की हार.. विधायक विनय जायसवाल का कद बढ़ा..
अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले की एकमात्र नगर निगम और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा लड़ाई बनी चिरमिरी नगर निगम पर एक बार फिर कांग्रेस का कब्जा हो गया है। यहां से कांग्रेस के 24 पार्षद चुनाव जीत कर आए हैं, भाजपा को 13 वार्डो में जीत मिली है वहीं तीन वार्डो में निर्दलीयों ने अपना परचम लहराया है। अपने 1 साल के कार्यकाल को जनता के सामने रखकर विनय जायसवाल ने वन मैन आर्मी की तरह अपने आप को इस चुनाव में पूरी तरह झोंक दिया था जिसका लाभ कांग्रेस को भरपूर मिला है और चिरमिरी में कांग्रेस ने एकतरफा जीत हासिल की है जिससे अब चिरमिरी में कांग्रेस का महापौर बनना तय हो गया है।
वार्ड क्रमांक 28 से डॉक्टर विनय जायसवाल की पत्नी व महापौर की दावेदार श्रीमती कंचन जायसवाल ने 218 मतों से विजय हासिल करते हुए भाजपा की नीलम सलूजा को पराजित किया है वहीं विधायक प्रतिनिधि शिवांश जैन ने रिकॉर्ड 296 मतों से विजय प्राप्त की है इसके अलावा युवक कांग्रेस के संदीप सोनवानी सनी चौथहा, श्रीमती बबीता सिंह, श्रीमती गायत्री बिरहा भी चुनाव जीत गई हैं। कांग्रेसी युवा नेत्री और उभरता हुआ चेहरा शाहीन खान को वार्ड क्रमांक 12 से हार का सामना करना पड़ा है, यहां से निर्दलीय पार्षद राकेश पराशर चुनाव जीत गए हैं। वहीं वार्ड नम्बर 34 से बीजेपी की इंदु पनेरिया हार गई है, वार्ड नम्बर 3 से रानी गुप्ता बीजेपी की हार गई हैं इन्हे भी बीजेपी की तरफ से मेयर की दावेदार माना जा रहा था। इस प्रकार से भाजपा के सभी मेयर उम्मीदवार हार गए हैं। कॉंग्रेस से श्रीमती कंचन जायसवाल के अलावा मेयर पद की दावेदार में श्रीमती बबीता एवं श्रीमती गायत्री बिरहा भी हैं।
वन मैन आर्मी की तरह अकेले खड़े थे डॉ विनय जायसवाल
नगर निगम चिरमिरी के चुनाव में विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल ने अपने आपको पूरी तरह साबित कर दिया है इस तरह उनके 1 साल के कार्यकाल पर जनता ने मुहर लगा दी है । वन मैन आर्मी की तरह दिन रात एक कर सभी 40 वार्डों में डॉक्टर विनय जायसवाल ने अपनी पूरी टीम के साथ पूरी ताकत झोंक दी थी जिसका परिणाम अब सामने देखने को मिला है नि:संदेह पार्टी आलाकमान के सामने विनय जायसवाल का कद बढ़ गया है।