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छत्तीसगढ़ में आदिवासी, किसान, माताओं और बहनों सबको साथ लेकर ही अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ा रहे हैं-राहुल ग़ांधी.. यह महोत्सव भी सबको जोड़ने की भावना का परिणाम.. राहुल गांधी ने की छत्तीसगढ़ सरकार के कार्यो की प्रशंसा…

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौर सिंग मुकुट और जड़ी-बूटी की माला पहनाकर राहुल गांधी का किया स्वागत

हर वर्ग के लोगो का आंसू पोछने का काम कर रही सरकार

अनेकता में एकता छत्तीसगढ़ की ताकत और पहचान: मुख्यमंत्री 

तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का रंगा-रंग आगाज

रायपुर:लोक सभा सांसद श्री राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासियों और सभी वर्गों को जोड़कर ही देश की तरक्की का रास्ता निकलेगा। सभी वर्गों और लोगों को जोड़ना और सभी को साथ लेकर चलना हमारी सांस्कृतिक पहचान है और यही भावना इस महोत्सव में दिख रही है। इस महोत्सव में आदिवासी संस्कृति और इतिहास को जानने और समझने का बेहतर मौका मिल रहा है। यह महोत्सव हमारी विविधता में एकता को भी दर्शाता है।लोक सभा सांसद श्री राहुल गांधी ने आज यहां साइंस कालेज मैदान में तीन दिनों तक चलने वाले राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने की। इस महोत्सव में 25 राज्यों, 3 केन्द्रशासित राज्यों और बांग्लादेश, युगांड़ा, मालदीप, बेलारूस, थाईलैण्ड तथा श्रीलंका के लगभग 18 सौ लोक कलाकार शामिल हुए हैं।  

      शुभारंभ समारोह में राहुल गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी, किसान, माताओं और बहनों सबको साथ लेकर ही अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ा रहे हैं। यह महोत्सव भी सबको जोड़ने की भावना का परिणाम है। जब तक आदिवसियों, दलितों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं और समाज के सभी वर्गों को नही जोड़ेंगे तब तक देश की अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं ला सकते। कोई भी व्यवस्था इन वर्गो से ही चलती  हैं। भाई से भाई को लड़ाकर देश का भला नहीं हो सकता। सबको जोड़कर ही देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाया जा सकता है। यहीं इस महोत्सव का भी मकसद है।  गांधी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आदिवासी समुदाय की बेहतरी के लिए राज्य सरकार ने उनकी जमीन वापस की है, तेन्दूपत्ते की पारिश्रमिक दर भी बढ़ाई है। कुपोषण को दूर करने के लिए सुपोषण अभियान और मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना चलाई जा रही है। इसके सुखद परिणाम मिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हिंसा में कमी आयी है क्यांेकि सरकार लोगों की आवाज सुन रही है। यहां की विधानसभाओं में भी सभी की आवाज सुनाई दे रही है।     मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि हम आदिवासियों की कला संस्कृति, परम्परा और धरोहर को संरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। अनेकता में एकता हमारी पहचान है और ताकत भी। उन्होंने कहा कि लोक सभा सांसद  राहुल गांधी ने उनसे कहा था कि ऐसा कार्य होना चाहिए कि सब लोगों को लगे कि हमारी सरकार है। श्रीमती सोनिया गांधी और  राहुल के मार्गदर्शन में हमारी सरकार हर वर्ग के आंसू पोछने का काम कर रही है। हमने किसानों का विश्वास जीता, आदिवासियों की लोहण्डीगुड़ा में उनकी जमीन वापस की। बस्तर अंचल में सुपोषण अभियान की शुरूआत की। उनके स्वास्थ्य के लिए हाट बाजार में क्लिनिक योजना की शुरूआत की। आज हमारी सरकार के कार्यों से छत्तीसगढ़ में सर्वत्र शांति व्याप्त है।

दंतेवाडा जिले को पिछड़े जिले के अभिशाप से मुक्ति दिलाने का संकल्प
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोक सभा सांसद राहुल गांधी की उपस्थिति में दंतेवाड़ा जिले में गरीबी रेखा का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से कम करने का संकल्प लिया। वर्तमान में दंतेवाड़ा जिले में 60 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करते हैं जबकि राष्ट्रीय औसत 22 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल और मंत्रिमण्डल के सभी सदस्यों ने आने वाले 4 वर्षों में इसे राष्ट्रीय औसत से कम करने का संकल्प लिया, ताकि दंतेवाडा जिले को सार्वधिक पिछड़ा जिला होने के कलंक से मुक्ति मिल सके।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों की देवगुड़ी, घोटुल परम्परा सहित उनकी समृृद्ध संस्कृति के संरक्षण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हम संविधान में विश्वास करने वाले लोग हैं। हम अदिवासियों, पिछड़ों, गरीबों और महिलाओं को उनके संविधान प्रदत्त अधिकार दिलाने के लिए कृत संकल्पित हैं। संस्कृति मंत्री  अमरजीत भगत ने आभार व्यक्त किया।

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