
VIDEO :: प्रशासन ने नही दिखाया दम… तो ग्रामीणों ने त्रस्त होकर रेत माफिया को सिखाया सबक…देर रात खड़ी कर ली 3 पोकलेन.. SDOP और TI के दबाव के बाद भी नही छोड़ा…
मनीष सोनी (सरगुजा सम्भाग)
छग के बलरामपुर जिले के पंचायत पचावल थाना सनावल विकासखंड रामचंद्रपुर तहसील रामानुजगंज जिला बलरामपुर में नवंबर 2019 से लगातार अवैध रूप से उत्खनन कर रेत माफिया द्वारा धड़ल्ले से रेत को यूपी बेचा जा रहा था। ग्रामीणों के लाख विरोध करने पर भी नहीं मान रहे हैं.. ऐसा लगता है… कि शासन प्रशासन सभी मिली भगत हैं… एवं ग्राम पचावल के सरपंच व उपसरपंच भी किसी प्रकार का विरोध नहीं कर रहे…जिससे प्रतीत होता है कि यह लोग भी रेत माफियाओं से मिल गए हैं।

इसी वजह से रेत माफियाओं एवं सरपंच, उपसरपंच से त्रस्त होकर ग्रामीणों ने जनपद सदस्य रामजीत एवं पंचों के नेतृत्व में विरोध कर रहे हैं। ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं। यही वजह है 10 जून की रात्रि को नदी में कार्यरत 3 पोकलेन को ग्रामीणों ने अपने अंडर में कर लिया हैं। ग्राम पचावल (भद्राखाड) में तीनों पोकलेन को खड़ा किया गया है, 8:00 pm बजे टीआई थाना सनावल एवं एसडीओपी
वाड्रफनगर मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के ऊपर दबाव बनाने का प्रयास किया गया …लेकिन असफल रहे… ग्रामीण रेत उत्खनन बंद करने का मांग पर डटे रहे। ग्रामीणों ने पोकलेन मशीन को अभी तक अपने ही कब्जे में रखा, ग्रामीणों की मांग है की खनन विभाग आकर जवाब दे। गांव की राय के बगैर लीज (टेंडर ) किस प्रक्रिया के तहत हुआ। अवैध तरीके से लोडिंग चल रहा है 20 से 25 फीट तक गड्ढा खोदा जा रहा है पोकलेन लोडिंग, रेत खनन की वजह से हमारा गांव का जल स्रोत नीचे चला जा रहा है।

छत्तीसगढ़ – यूपी को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग सुकड़ी फागन नदी का पुल रेत खनन की वजह से टूट गया है लगभग 15 वर्ष हो चुका है जो अभी तक नहीं बना है जिसका खामियाजा रामचंद्रपुर जिला बलरामपुर के लोग भुगत रहे हैं। बरसात में 15 से 20 किलोमीटर घूम कर यूपी क्रॉस करते है । गड्ढा खोदने से आय दिन माल मौसरी एवं ग्रामीणों की मौत होती रहती है। इस समस्या को सुनने वाला न शासन है न प्रशासन इस समस्या से यहां के ग्रामीण कई सालों से त्रस्त हैं।

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