मौसमी संक्रामक बीमारियों से रहे सावधान* *बीमार होने पर चिकित्सिकीय परामर्श जरूर लें* *तबियत खराब हो तो कोरोना टेस्ट जरूर कराएं : सीएमएचओ डॉ. केसरी*
रायगढ़ से शशिकांत यादव
रायगढ़ 19 जुलाई 2021-/-मानसून में बारिश शुरू होने के साथ ही लोगों को भीषण गर्मी की मार से जहाँ एक तरफ राहत मिली हैं वहीं दूसरी तरफ उमस के चलते मौसमी बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। कोरोना काल में ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है|
बरसात के मौसम में तापमान में उतार चढ़ाव होने से बैक्टीरिया का प्रभाव व्यक्ति के स्वास्थ्य पर सीधा पड़ता है और वह सर्दी या फ्लू का शिकार हो जाता है। इसलिए बरसात के मौसम में शरीर को सुरक्षित करने के लिए अच्छे पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए ताकि शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो और वह बीमारियों से लड़ने में सफल रहे।
जिला चिकित्सालय और अशर्फी देवी अस्पताल के मिले आंकड़े के अनुसार इन दिनों 10 में कम-से-कम 7 मरीज मौसमी संक्रामक बीमारियों से ग्रसित है जिसमें बुखार, शरीर दर्द, गले में दर्द, सूखी खांसी जैसे लक्षणों वाले हैं।
अशर्फी देवी अस्पताल के प्रमुख डॉ रूपेंद्र पटेल (एमडी मेडिसीन) के अनुसार बारिश के मौसम में मच्छरों की भरमार होने के साथ ही इनसे जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों में मलेरिया, डेंगू, हैजा, टाइफोइड, हेपेटाइटिस ए आदि शामिल है। बरसात के मौसम में मलेरिया के फैलने का खतरा अधिक होता है। बारिश के पानी से भरे रहने पर उसमे मच्छरो की प्रजनन क्रिया होती है। बचाव को भरे पानी को साफ कर मलेरिया के खतरे को रोका जा सकता हैं। डेंगू बुखार जानलेवा माना जाता है जोकि एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। इससे बचने के लिए मच्छरो को शरीर पर काटने से बचाये तथा मच्छरदानी का प्रयोग करें व पूरी बाहों के कपडे पहने।
*कोरोना टेस्ट जरूर कराएं :सीएमएचओ डॉ.केसरी*
अक्सर लोग मौसमी बीमारियों को हल्के में लेते हैं और दवा दुकान से बुखार की दवा खाकर घर पर ही इलाज कर ले रहे हैं। कोरोना काल में ऐसा करना खतरनाक हो सकती है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी कहते हैं: “भले ही मौसम संक्रामक बीमारियों का हो लेकिन हमें किसी भी तरह से लापरवाही नहीं बरतनी है। बुखार के लक्षण आने पर तुरंत कोरोना जांच कराएं। कोरोना का खतरा अभी तक गया नहीं है। सिर्फ सतर्कता ही हमें इससे बचा सकती है। संक्रामक बीमारियों के जो लक्षण हैं वह कोरोना के भी हैं तो लोगों को सतर्क रहना है। बीमार होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और उसके कहे अनुसार आचरण अपनाएं।“
*बीमार होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें : डॉ. छत्रपाल पटेल*
मौसमी संक्रामक बीमारियों के बारे में डॉ छत्रपाल पटेल कहते हैं कि बचाव के लिए साफ सफाई से भोजन व पानी पिएं। बाहर के स्ट्रीट फूड खाने के बजाय घर का बना भोजन ले। अत्यधिक मसालेदार भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए। बरसात के मौसम में पानी को उबालकर पीना उचित होता हैं और सीधे नल का पानी न पीये। हैजा एक जलजनित संक्रमण है जो शरीर में कलरा फैलाता है। इस रोग के होने पर दस्त व डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। बचाव के लिए हल्का गर्म पानी पीना चाहिए। टाइफाइड बुखार दूषित भोजन व पानी से होता है। बचाव के लिए घर के आसपास स्वच्छता बनाएं और गंदगी जमा न होने दे। बीमार पडऩे पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। हेपेटाइटिस ए संक्रमण दूषित पानी व भोजन के कारण होता है। यह बीमारी लिवर को अधिक प्रभावित करती है।
*बीमारी से बचाव के घरेलू उपाय*
एलौपैथी और आयुर्वेदिक डॉक्टर्स के अनुसार संक्रमण व बुखार से बचने के लिए अदरक, तुलसी, काली मिर्च, दालचीनी, इलायची की चाय बनाकर पीनी चाहिए। उबला व गुनगुना पानी और हल्दी-दूध मौसमी बीमारियों से बचने का सबसे आसान तरीका है। जितना हो सके, बाहर का चटपटा खाने से बचें। ठंडे पेय पदार्थों का सेवन न करें। यदि सादा पानी भी पीते हैं तो वह साफ-सुथरा होना चाहिए। हल्दी, जीरा, अजवाइन, अदरक का काढ़ा भी ले सकते हैं। इन तरीकों से मौसमी बीमारियों से बचाव हो सकता है।