15 अगस्त को क्यों रहे मनेन्द्रगढ़वासी मायूस.. क्या होती रही सोशल मीडिया में दिन भर चर्चा..
जानिए..पेज-११ में
कमलेश शर्मा
आजादी का पर्व स्वतंत्रता दिवस गौरेला पेंड्रा वासियों के लिए नये जिले की सौगात लेकर आया। वहीं मनेंद्रगढ़ की बहुप्रतीक्षित व वर्षों पुरानी मांग मनेंद्रगढ़ को जिला नहीं बनाए जाने से क्षेत्रवासियों में मायूसी नजर आई। वहीं इस विषय पर मीडिया द्वारा सवाल पूछे जाने पर सीधा जवाब देने के बजाये क्षेत्रीय सांसद व विधायक बंगले झांकते नजर आये। मनेंद्रगढ़ को जिला नहीं बनाए जाने को लेकर दिनभर शहर व सोशल मीडिया में चर्चाएं चलती रही। कई लोगों ने सोशल मीडिया में प्रदेश के मुखिया व स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथों लेते हुए अपनी जमकर भड़ास निकाली। विदित हो कि कोरिया जिला बनने के पूर्व से ही मनेन्द्रगढ़ के नगर वासियों द्वारा गत 36 वर्षों से मनेंद्रगढ़ को जिला बनाए जाने की मांग की जाती रही है। जिसे लेकर अभी तक उन्हें मायूसी ही हाथ लगी है। 21 वर्ष पूर्व 1998 में वर्तमान कोरिया जिला व तत्कालीन पश्चिम सरगुजा जिला का मुख्यालय फ़िलहाल बैकुंठपुर बनाए जाने पर मनेन्द्रगढ़ के नगर वासियों द्वारा बंद, आंदोलन व अन्य माध्यमों से कई महीनों तक लंबा संघर्ष किया गया था। किंतु इसकी अनदेखी करते हुये बाद में पश्चिम सरगुजा जिले का नाम कोरिया रियासत के नाम पर कोरिया के रूप में परिवर्तित करते हुए बैकुंठपुर को स्थायी रूप से जिला मुख्यालय घोषित कर दिया गया था। इसके बाद समय-समय पर जनप्रतिनिधियों द्वारा नए जिले का झुनझुना जरूर बजाया गया लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। प्रदेश तथा स्थानीय स्तर पर कांग्रेस व भाजपा के जनप्रतिनिधि मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने की बात हमेशा से कहते रहे हैं। छत्तीसगढ़ में गत 6 माह पूर्व कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही लोगों को मनेंद्रगढ़ को नया जिला बनाए जाने का आश्वासन दिया जाता रहा है। कुछ माह पूर्व स्थानीय विधायक द्वारा एक पत्र जारी कर नया जिला बनाए जाने की सुगबुगाहट प्रारंभ की गई थी। जिस से लेकर मीडिय में भी तरह तरह की खबरें छपती रही हैं। इन खबरों में कोरिया जिले में शामिल मनेन्द्रगढ़, जनकपुर, खड़गंवा व बिलासपुर जिले के मरवाही विकासखंड को मिलाकर नया जिला बनाए जाने का भी उल्लेख था। किंतु स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल द्वारा गौरेला पेंड्रा मरवाही को नया जिला बनाए जाने की घोषणा की गई। जिससे एक बार पुनः क्षेत्रवासी अपने को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की अकर्मण्यता के कारण मनेंद्रगढ़ हमेशा विकास व नये जिले के मामले में हमेशा से पीछे रहा है।
इसी बीच कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत का बयान आया है। जिसमे पेंड्रा मरवाही को नया जिला बनाये जाने पर बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र का विकास होगा । क्षेत्र की जनता को बिलासपुर काफ़ी दूर पड़ता था । जिसके कारण समुचित रूप से विकास नही हो पा रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि अब इस आदिवासी क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।कोरिया जिले में भी अलग जिला बनाने पर उन्होंने ने कहा कि इस बारे में बात की जाएगी। अभी मरवाही जिला बना है इसलिए थोड़ा सोचने की बात है। इस विषय पर आगे चर्चा की जायेगी।
[wp1s id=’2815′]