मोबाइल फ़ोन पर कॉल कर ओटीपी पूछ बैंक खाते से लाखों पार करने वाला गिरोह…. कोरिया पुलिस के शिकंजे में…भूल कर भी न दे किसी को बैंक खाते सम्बंधित जानकारी…
अमरजीत सिंह
अगर आपके फोन पर किसी अज्ञात नंबर से यह मैसेज आए कि हेलो सर आपका एटीएम ब्लॉक हो गया है आप अपना ओटीपी नंबर बता दीजिए तो भूलकर भी यह गलती ना करें। किसी अनजान व्यक्ति को बैंक से जुड़ी कोई भी जानकारी ना दें अन्यथा आप भी बड़ी ठगी का शिकार हो सकते हैं।
कोरिया जिले के मुख्यालय बैकुंठपुर के पुलिस कॉन्फ्रेंस हॉल में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ पंकज शुक्ला ने बताया कि थाना बैकुंठपुर क्षेत्र निवासी अब्दुल अली ने अपने पुत्र असलम अली को पैसा निकालने के लिए एटीएम भेजा था। उनका पुत्र पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम से ₹5000 निकालने के प्रयास किया, लेकिन एटीएम से रकम नहीं निकली। तब अब्दुल ने इस बात की शिकायत बैंक में की।
इसके बाद 26 अगस्त को उनके मोबाइल पर किसी का फोन आया और उसने अपने आप को पीएनबी का ब्रांच मैनेजर बताते हर अब्दुल की शिकायत का उल्लेख कर ओटीपी पूछ कर उसी के माध्यम से ₹1,62,500 की ठगी कर ली गई। इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू की। कोरिया पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के निर्देशन व साइबरक्राइम विशेषज्ञ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ पंकज शुक्ला के मार्गदर्शन में उप पुलिस अधीक्षक सोनिया उईके व कोतवाली थाना प्रभारी विलियम टोप्पो के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर झारखंड धनबाद के थाना क्षेत्र निरसा में भेजा गया। पुलिस टीम एक सप्ताह तक झारखंड में कैंप कर पतासाजी की। इस दौरान दो शातिर साइबर अपराधियों अभिजीत रविदास धनबाद और सूरज कुमार दास धनबाद निरसा थाना स्टाफ के सहयोग से घेराबंदी कर भादवि 420 के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 39,500 रूपए नगद, 14 मोबाईल, 1 लैपटॉप, 20 सिम, 1 पेटीएम कार्ड, 2 एटीम कार्ड, 1 डीएसएलआर कैमरा भी बरामद किया है।
इस मामले को सुलझाने में अमर जायसवाल, सतेंद्र सिंह, सजल जायसवाल, रामायण सिंह, अरविंद कौल, अभिषेक द्विवेदी, पुष्कल सिन्हा व प्रिंस राय की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।