चट्टानों के बीच बना दिया स्टेडियम…ग्रामीणों ने किया विरोध तो एसडीओ ने कहा पहलवान आएंगे और चट्टान उठाकर फेंक देंगे…45 लाख का इतना घटिया स्टेडियम …2 बार गिर गयी बाउंड्री वाल… स्टेडियम का स्थल चयन करने वालो को देना चाहिए पुरस्कार..
अनूप बड़ेरिया
छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व खेल मंत्री भईयालाल राजवाड़े की स्वीकृति पर लोकनिर्माण विभाग द्वारा कोरिया जिले के बैकुण्ठपुर जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत अमरपुर के ढोड़ी बहरा में 45 लाख की लागत से स्टेडियम बनाया गया। 2018 में बने इस स्टेडियम की दाहिनी दीवाल लगभग 4 माह पूर्व गिर गयी और अब की पहली बारिश में ही सामने की दीवार गिर गयी। गिरे हिस्से की प्लिंथ को यदि देखा जाए तो आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अव्वल दर्जे का कितना घटिया का हुआ होगा।
ग्रामीणो का कहना है कि स्टेडियम निर्माण के लिए जिन लोगों ने भी स्थल का चयन किया है उन्हें या तो भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित करना चाहिए या काला पानी की सजा देना चाहिए।
इस स्टेडियम में जगह-जगह मुरूम का पहाड़ बना हुआ है और बड़ी-बड़ी चट्टानें पड़ी हुई है स्थानीय ग्रामीणों ने तत्कालीन एसडीओ से जब इसका विरोध किया तो एसडीओ ने कहा कि यहां दंगल होगा और पहलवान इन चट्टानों को उठाकर फेंक देंगे।
स्टेडियम का प्रवेश द्वार या जिसे पवेलियन कह सकते हैं वह भी काफी घटिया बना हुआ है जब से इस स्टेडियम का निर्माण हुआ है यहां पर आंगनबाड़ी बच्चों के अलावा कोई भी खेलने नहीं आता है। जाहिर सी बात है अधिकारी निर्माण स्थल पर जाने की जहमत नहीं उठाते हैं केवल बंद कमरों में ही फाइलों में साइन हो जाता है।
कुल मिलाकर पैसे का दुरुपयोग यदि देखना है तो कोरिया जिले में देखा जा सकता है। यह जिला अधिकारियों के लिए चारागाह बन गया है।
लोक निर्माण विभाग इंजीनियर आशीष एक्का का कहना है कि ग्राम पंचायत द्वारा स्थल का चयन कर दिया गया था। बजट स्वीकृत था इसलिए स्टेडियम बना दिया गया। गिरे बाउंड्री वाल को फिर से बनाया जा रहा है।
पूर्व खेल मंत्री भैयालाल राजवाड़े का कहना है कि स्टेडियम जनता की मांग पर स्वीकृत किया गया था इसके निर्माण के समय देखने की सारी जवाबदेही विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी होती है।