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रिटायर्ड शिक्षाकर्मी मीना सिंह 3 साल से बिना पेंशन के जीने को मजबूर… संघ ने कहा NPS का विरोध जरूरी….

अनूप बड़ेरिया
बुधवार को छत्तीसगढ़ अंशदायी कर्मचारी कल्याण संघ के  प्रांतीय पदाधिकारी रविन्द्र नाथ तिवारी उपाध्यक्ष, बजरंग दास संयुक्त सचिव,  अशोक गुप्ता संगठन मंत्री, श्रीमती दीपिका चंद्रा, जिलाध्यक्ष कोरिया, सरिता सिंह, श्रीमती बलजीत कौर उपाध्यक्ष जिला कोरिया, गोवर्धन सिंह जिलाकार्यकारी अध्यक्ष सूरजपुर,  टेकराम टंडन, केेजीडी पांडेय
जितेंद्र सिंह, सोमनाथ नगेशिया, प्रदीप पैकरा, कमलनाथ सिंह , पंकज राय, सतीश पांडेय , विचित्र नारायण तिवारी, दिलीप सिंह,राम लल्लू साहू  सभी पदाधिकारियों ने अपने एनपीएस/ सीपीएस/ कर्मचारियों के साथ मिलकर रिटायर्ड शिक्षिका श्रीमती मीना सिंह को साल श्रीफल देकर सम्मानित कर उनके रिटायर्ड जीवन को जानने की कोशिश की गई । श्रीमती मीना सिंह की आप बीती सुनकर सभी दंग रह गये । उन्होंने बताया कि उनके पति के देहांत के बाद उनके अथक प्रयास से अनुकम्पा नियुक्ति जून 2008 में हुई थी, अब वह जून 2016 में रिटायर्ड हो चुकी है। तब उनका जबकि 2013 से  सीपीएस भी कट रहा था। उस समय उनको मात्र सरकार के द्वारा 25,000 रुपया दिया गया था, उन्हें अभी तक पेंशन की कोई जानकारी नही  दी गयी है। उनकी बड़ी बहन दिव्यांग के साथ पैरालिसिस भी है।  जिनकी देखभाल उनके द्वारा किया जा रहा है । उन्होंने बताया ट्यूशन पढ़ा कर बमुश्किल 2000 हजार रुपये कमा पाती है उनको खुद का पेंशन भी नही मिलता । यह घटना सुनकर हम सभी के सामने अपने भविष्य की घटनाएं सामने महसूस होने लगी   जिस दौर से आज मीना मेडम का जीवन गुजर रहा है यही हाल 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों की होने वाली है । यह सच्ची घटनाओं को देखकर, जानकर भी अगर कर्मचारी आज NPS का विरोध मिलकर नही करते हैं तो एक दिन सबको मीना सिंह की तरह जीवन जीने के लिये तैयारी आज ही कर लेना चाहिये।

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