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वाह रे गुरुजी ! बच्चो को पढ़ाने की बजाए बीनवा रहे…पूछने पर कहा खांसी है इसलिए बीनवा रहा…

वाह रे गुरुजी ! बच्चो को पढ़ाने की बजाए बीनवा रहे…पूछने पर कहा खांसी है इसलिए बीनवा रहा…

 
अनूप बड़ेरिया
 
 सरकार शिक्षा को लेकर एक ओर तो कई योजनाएं चला रही है, जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। लेकिन स्कूलों में स्थानीय प्रशासन और शिक्षक ही बच्चों के भविष्य को पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। स्कूलों में बच्चों से पढ़ाई के बजाय स्कूल समय में निजी कार्य कराये जाते है. जिसका एक वीडियो सामने आया है।
 
 शिक्षकों की लापरवाही का ये मामला कोरिया जिले के विकासखंड भरतपुर का है। ग्राम पंचायत कुंवारी के प्राथमिक विद्यालय में पदस्थ शिक्षक नरेंद्र तिवारी के द्वारा स्कूली बच्चों के सपने में पानी फेर रहे हैं।
 यहां सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से मजदूरी कराई जा रही है। जिन बच्चों के हाथ में स्कूल की किताबें होनी चाहिए। उन बच्चों अपने निजी कार्य से हर्रा बहेरा बीनने का काम कराया जा रहा है। तस्वीरों को देख कर आप अंदाजा लगा सकते हैं, किस तरह बच्चों से स्कूल टाइम में क्लास की जगह जंगलों में काम कराया जा रहा है।
 वहीं मामले में जब एबीओ सुदर्शन पैकरा से बातचीत की गई तो वह गोलमोल जवाब दे कर कह रहे हैं कि कि मीडिया के माध्यम से उनको जानकारी मिली है. मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा नरेंद्र तिवारी का कहना है कि मुझे खांसी थी इसलिए एक-दो छात्रों को हर्रा बीनने के लिए भेजा था, लेकिन सारे छात्र आ गए।

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